-ग्रेटर नोएडा स्थित सुपरटेक ईकाविलेज एक सोसायटी का मामला 

-मेंटिनेंस कार्य करने से वाईजी स्टेट्स कंपनी ने किया मना 

 

द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित सुपरटेक ईकोविलेज एक सोसायटी में छह हजार परिवारों पर संकट के बादल मंडराने लगे है। सोसायटी में मेंटिनेंस का कार्य देखने वाली कंपनी वाईजी स्टेट्स ने आइआरपी को मेल किया है। मेंटिनेंस कंपनी ने कहा है कि सोसायटी में बढ़ते विवाद को देखते हुए वह यहां पर मेंटिनेंस का काम नहीं कर सकती है। कंपनी के हटते ही सोसायटी में रखरखाव की दिक्कत आ सकती हैं ऐसे में परिस्थिति को देखते हुए सोसायटी के लोगों ने भी आइआरपी को मेल भेजकर मांग की है कि मेंटिनेंस कंपनी को न हटाया जाए। सोसायटी के लोगों के मेल देखकर आइआरपी ने दोनों पक्षों की तत्काल बैठक बुलाई है। इस वजह से मामला अभी बीच में अटका हुआ है। छह हजार परिवारों पर संकट के बादल मंडरा रहे है। 

 

लंबे समय से चल रहा विवाद 

सोसायटी के लोगों व मेंटिनेंस कंपनी के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा है। कई बार लोग मेंटिनेंस के विरोध में प्रदर्शन भी कर चुके है और मामला थाना चैकी तक भी पहुंचा था। मेंटिनेंस कंपनी की तरफ से किए गए मेल को देखकर अब लोग ही मांग करने लगे है कि यही कंपनी मेंटिनेंस का काम देखें। हालांकि कंपनी की तरफ से स्पष्ट रूप से आइआरपी को मेल करके कहा गया है कि वह सुपरटेक ईकोविलेज एक सोसायटी में मेंटिनेंस का काम नहीं करना चाहती है। 

 

क्या बोले सोसायटीवासी 

सुपरटेक इकोविलेज 1 निवासियों ने कहा है कि सुविधा और सुरक्षा को लेकर लगातार बढ़ती मांग के बीच नीतिश अरोड़ा ने मेंटिनेंस करने से जिम्मेदारी छोड़ने का मन बनाया। निवासी लगातार नीतीश अरोड़ा पर तमाम तरह के कटौती पर सवाल उठा रहे थे, इसी बीच आईआरपी हितेश गोएल ने भी बिजली के फिक्स्ड चार्जेस का ब्यौरा देने का आदेश दिया। सभी तरफ से घिरता देख नीतीश अरोड़ा ने मेंटिनेंस सेवाएं बंद करने की चेतावनी दी है। यह सब साजिश के तहत किया जा रहा है।

 

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