– कारपोरेट जगत के नामी दिग्गजों ने लिया हिस्सा
– उद्योग जगत की स्थिति एवं भविष्य की संभावनाएं पर रखे विचार
द न्यूज़ गली, ग्रेटर नोएडा : नालेज पार्क स्थित जीएनआईओटी कॉरपोरेट में लीडरशिप कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया । जिसमें देश के विभिन्न हिस्सों से नामी कॉर्पोरेट जगत के लीडर्स ने भाग लिया और अपने विचारों से छात्रों का ज्ञानवर्धन किया। कॉन्क्लेव के दौरान उद्योग जगत की वर्तमान स्थिति, भविष्य की संभावनाओं और प्रौद्योगिकी, शिक्षा और सरकारी नीतियों के मिलन पर विचार-विमर्श का मंच प्रदान किया गया। संस्था के सीईओ स्वदेश कुमार सिंह ने उद्योग जगत से आए लीडर्स का स्वागत किया। उन्होंने विद्यार्थियों से उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए हरसंभव मदद करने की संकल्प को
दोहराया।
डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन के महत्व पर रखा विचार
नैसकॉम के सीनियर डायरेक्टर और हेड ऑफ़ इंसाइट्स अच्युता घोष ने डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि कैसे नैसकॉम उभरती प्रौद्योगिकियों के माध्यम से भारतीय आईटी क्षेत्र को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धात्मक बनाने के लिए काम कर रहा है। उन्होंने डेटा एनालिटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और क्लाउड कंप्यूटिंग के क्षेत्र में नई प्रगति और उनके उद्योग पर प्रभाव पर चर्चा की। श्रीराम ऑटोमॉल इंडिया लिमिटेड ग्रुप के चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर मनीष पंजवानी ने ऑटोमोटिव सेक्टर में प्रौद्योगिकी के रोल पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि कैसे नवाचार और डिजिटल समाधान ऑटोमोटिव उद्योग का पुनर्निर्माण कर रहे हैं और ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करने के नए तरीके प्रस्तुत कर रहे हैं।
डिजिटल प्लेटफार्मों के प्रभाव पर डाला प्रकाश
कोर्सेरा इंडिया के सीनियर निदेशक ऑफ़ एजुकेशन & गवर्नमेंट प्रशस्ती रस्तोगी ने शिक्षा और प्रशिक्षण के क्षेत्र में डिजिटल प्लेटफार्मों के प्रभाव पर प्रकाश डाला। उन्होंने कोर्सेरा के माध्यम से उपलब्ध कराए जाने वाले उन्नत पाठ्यक्रम और उनके लाभों पर चर्चा की। साथ ही शिक्षा में तकनीकी बदलाव के बारे में अपने विचार साझा किए। एसेंचर कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर मनहर मोहन शर्मा ने ग्लोबल बिजनेस रणनीतियों और एंटरप्राइज सॉल्यूशंस पर अपने विचार प्रस्तुत किए। उन्होंने उद्योग के विकास में प्रौद्योगिकी और नवाचार की भूमिका को स्पष्ट किया और भविष्य के लिए महत्वपूर्ण रणनीतियों पर चर्चा की।
सरकारी नीतियाँ व्यवसायों को करती हैं प्रभावित
सैप के वाइस प्रेजीडेंट और इंडिया हेड बिकास कुमार सिंह ने सरकारी नीतियों और उनके कारोबारी प्रभाव पर विचार किए। उन्होंने बताया कि कैसे विभिन्न सरकारी नीतियाँ और पहलें व्यवसायों को प्रभावित करती हैं और उनकी रणनीतियों को आकार देती हैं। नेटवेस्ट ग्रुप के हेड ऑफ़ क्रेडिट रिस्क अपर्णा रस्तोगी ने प्रबंधन के नवीनतम ट्रेंड्स पर बात की। उन्होंने बताया कि बदलती आर्थिक परिस्थितियों और प्रौद्योगिकी के विकास ने क्रेडिट रिस्क को प्रबंधित करने के तरीकों में कैसे बदलाव लाए हैं।
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