-प्रोफेसर विकास पंवार को सेवा समाप्ति के संबंध में कारण बताओ नोटिस दिया गया

-जीबीयू में फैले भ्रष्टाचार व छात्र के साथ हुइ्र यौन उत्पीड़न की घटना के खिलाफ उठाई थी आवाज

 

द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा: गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय में फैले भ्रष्टाचार व छात्रा का यौन उत्पीड़न करने वाले रिटायर्ड प्रोफेसर के खिलाफ आवाज उठाने वाले प्रोफेसर विकास पंवार को जीबीयू प्रशासन ने नोटिस थमा दिया है। नोटिस उनकी सेवा समाप्त करने के संबंध में कारण बताओ का है। यह पहले बार नहीं है, जब प्रोफेसर विकास को ऐसा नोटिस मिला हो, इससे पूर्व में भी उनकी सेवा समाप्त की गई थी। तब उन्होंने हाईकोर्ट का सहारा लिया था और उनकी जीत हुई थी। इसके बाद उनको दोबारा जीबीयू में नियुक्ति मिली थी। अब एक बार फिर से उनको सेवा समाप्त करने के लिए नोटिस मिला है। जीबीयू के इस फैसले का एक्स पर लोगों ने कड़ा विरोध किया है।

 

यह है मामला

हाल ही में जीबीयू में पढ़ने वाले पीएचडी की छात्रा के साथ यौन उत्पीड़न का मामला प्रकाश में आया था। तीन महीने तक जीबीयू प्रशासन ने मामले में कोई कार्रवाई नहीं की तो परेशान होकर पीड़िता ने ईकोटेक एक कोतवाली में प्रोफेसर मलकानिया के खिलाफ केस दर्ज कराया था। आरोप है कि प्रोफेसर ने छात्रा को कहा था कि छह इंच का तो घुस जाता होगा। उसको बैड टच किया गया था। मामले की जांच अभी जारी है। इसी बीच यह नोटिस कांड सामने आया है।

 

पूर्व में हो चुकी है लोकायुक्त जांच

जीबीयू को एक समय पर भ्रष्टाचार का अड्डा कहा जाता था। यहां गलत तरीके से हुई नियुक्तियों व किताबों की खरीद फरोख्त के चलते पूर्व में लोकायुक्त जांच भी हो चुकी है।

 

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