-सपा ने सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय को बताया असंवैधानिक

-संगठनों ने डीएम कार्यालय पर की नारेबाजी

-सुरक्षा को देखते हुए डीएम कार्यालय पर तैनात की गई पुलिस 

 

द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडाः सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र व राज्य सरकारों को निर्देश दिया है कि सरकारें आरक्षण में वर्गीकरण व क्रीमीलेयर की व्यवस्था को लागू करे। सपा कार्यकर्ताओं ने सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय को असंवैधानिक बताया है। मामले में सपा के साथ ही विभिन्न संगठनों ने भी भारत बंद का आहवान किया था। भारत बंद के समर्थन में सपा, भीम आर्मी, आजाद समाज पार्टी सहित अन्य दलों के नेता डीएम आवास पर पहुंचे और प्रदर्शन किया। राष्ट्रपति के नाम संबोधित मांगों का ज्ञापन अधिकारियों को दिया। 

 

दलों के द्वारा की गई मांग

प्रदर्शन के बाद ज्ञापन देकर मांग की गई कि सर्वोच्च न्यायालय अपना फैसला वापस ले, भारत सरकार कानून बनाकर सर्वोच्च न्यायालय का निर्देश रद करे, भारत सरकार अनुसूचित जाति-जनजाति आरक्षण को नौंवी अनुसूचि में शामिल करे, अनुसूचित जाति जनजाति को आरक्षण आर्थिक आधार न हो, अनुसूचित जाति आरक्षण में क्रीमीलेयर व्यवस्था लागू नहीं होनी चाहिए, जजों की नियुक्ति में आरक्षण लागू किया जाए, राज्यसभा व विधान परिषद में भी आरक्षण लागू किया जाए, प्राइवेट सेक्टर में भी आरक्षण लागू किया जाए, लेटरल इंट्री खत्म हो या इसमें भी आरक्षण आगू किया जाए। कार्यककर्ताओं ने कहा है कि यदि सभी मांग पूरी नहीं होती है तो लड़ाई आगे भी जारी रहेगी।

 

फैसले को बदलने की मांग

मांग के समर्थन में समाजवादी बाबा साहब वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में डीएम आवास पर प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को बदलने की मांग की। इस अवसर पर समाजवादी बाबा साहब वाहिनी के प्रदेश उपाध्यक्ष राहुल आर्यन, हुकुम सिंह भारती, सुधीर भाटी, श्याम सिंह भाटी, इंद्र प्रधान, आत्म प्रकाश, रोहन गौतम, योगेश गौतम, नवीन भाटी, प्रदीप कुमार, विष्णु कुमार, गगन कुमार सोनी, दिगंबर सिंह सहित अन्य लोग मौजूद थे।

 

पूरी तरह से फेल हुआ भारत बंद

सपा व अन्य संगठनों ने भारत बंद का एलान किया था। दावे किए गए थे कि भारत बंद में सभी लोगों का साथ मिल रहा है। बाजार पूरी तरह से बंद रहेगा। राजनीतिक दलों के दावों की हवा निकल गई। इक्का-दुक्का लोगों को छोड़कर समर्थन में कोई नहीं खड़ा हुआ। डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन करने पहुंचे नेता भी महज कुछ देर ही नारेबाजी कर वापस लौट लिए।