• थाना सेक्टर 142 क्षेत्र के सेक्टर 137 स्थित लॉजिक्स ब्लाॅसम सोसाइटी
  • दो साल से काम कर रही थी बच्ची, जांच में जुटी पुलिस

द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा: नोएडा में 11 साल की बच्ची से बाल श्रम करवाने का मामला प्रकाश में आया है। 5 हजार रुपए प्रति माह के लालच में 11 वर्षीय बच्ची को घरेलू काम के लिए भेजा गया। मकान मालिक और उसकी पत्नी बच्ची के साथ डांट डपट करते थे। थाना सेक्टर 142 क्षेत्र के सेक्टर 137 स्थित लॉजिक्स ब्लाॅसम सोसाइटी में रहने वाले दंपति के द्वारा 11 वर्षीय बच्ची के साथ बाल श्रम करवाने और उसके साथ मारपीट करने के मामले में थाना सेक्टर 142 में तैनात महिला उप निरीक्षक की शिकायत पर दंपति और बच्ची की मां, मौसा, और मौसी के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। 11 वर्षीय बच्ची को थाना सेक्टर 142 पुलिस और चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम ने रेस्क्यू करके बाल श्रम से मुक्त कराया है। उसे सीडब्ल्यूसी के सामने पेश किया गया। चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के आदेशानुसार पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज करवाया है। बच्ची को ग्रेटर नोएडा स्थित जग शांति उदयन केयर में रखा गया है।

डाक्टर के सामने किया पेश
थाना सेक्टर 142 में तैनात महिला उपनिरीक्षक चंचल ने बीती रात को थाने में सेक्टर 137 स्थित लाजिक्स ब्लॉसम काउंटी सोसाइटी में रहने वाले शाहजहां तथा उनकी पत्नी रुकसाना के खिलाफ धारा 115(2) बीएसएन 3(2) व 14(1) बाल श्रम निषेध एवं विनिमय अधिनियम 1986 व बच्ची की माता गायत्री कुमारी व उसके मौसा विशू, मौसी निवासी बोकारो झारखंड के विरुद्ध 3(2) व 14 (1) बाल श्रम निषेध एवं विनिमय अधिनियम धारा 1986 के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है। उन्होंने बताया कि बच्ची को रेस्क्यू करने के बाद उसको बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष डॉक्टर केसी विरमानी के समक्ष पेश किया गया।

जबरदस्ती घरेलू कार्य कराने का आरोप
उन्होंने बच्ची से बातचीत करने के बाद पुलिस को सूचित किया कि फ्लैट के मालिक शाहजहां उनकी पत्नी रुकसाना के द्वारा उसके साथ मारपीट करके जबरदस्ती लगातार घरेलू कार्य कराया गया। उन्होंने यह भी कहा कि बच्ची की माता गायत्री कुमारी व उसके मौसा, मौसी द्वारा 5 हजार रुपए प्रति माह लेकर जबरदस्ती काम करने के लिए बच्ची को उपरोक्त पते पर भेजा गया है। बच्ची का नियमानुसार मेडिकल परीक्षण करवा कर बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया गया। उन्होंने बताया की समिति के आदेशानुसार बच्ची को जग शांति उद्यान केयर गामा- प्रथम ग्रेटर नोएडा में भेजा गया है।