द न्यूज़ गली, नोएडा : थाना साइबर क्राइम नोएडा पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट कर भारी मुनाफा दिलाने के नाम पर देशभर में 35 करोड़ रुपये से अधिक की साइबर ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के 4 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। यह पूरा नेटवर्क चाइनीज साइबर ठगों से संचालित बताया जा रहा है। पुलिस ने यह कार्रवाई आज पुख्ता सूचना के आधार पर की।

कई राज्यों में फैला जाल
पीड़ित की तहरीर पर 3 दिसंबर को थाना साइबर क्राइम नोएडा में मुकदमा बीएनएस तथा आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया था। वादी से 12 करोड़ रुपये की ठगी की गई थी। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए गिरोह से जुड़े संदिग्ध बैंक खातों को फ्रीज करवा दिया।

कैसे चल रहा था ठगी का नेटवर्क?
गिरफ्तार खाताधारक अर्जुन सिंह ने बताया कि वह पंकज गुप्ता के कहने पर रूपेंद्र और तेजपाल के संपर्क में आया था। पूछताछ में सामने आया कि रूपेंद्र और तेजपाल स्थानीय लोगों का उद्यम प्रमाणपत्र बनवाकर उनके नाम से फर्जी फर्में खुलवाते थे। इन फर्मों के नाम पर करंट बैंक अकाउंट खुलवाए जाते थे। खाताधारकों को मुंबई ले जाकर उनके खातों के जरिये साइबर ठगी की रकम को देशभर के खातों में ट्रांसफर किया जाता था। प्रत्येक ट्रांजैक्शन पर तेजपाल 10 पर्सेंट कमीशन खुद रखता था और 5 पर्सेंट खाताधारकों व बिचैलियों को देता था।

60 बैंक खाते खुलवाए गए
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि इनके द्वारा 50 से 60 बैंक खाते ठगी के लिए खुलवाए जा चुके थे और गिरोह पिछले एक वर्ष से सक्रिय है। देश के कई राज्यों में इनके खिलाफ मामले दर्ज हैं। पहले भी सामने आ चुके हैं आरोपी। ध्यान देने योग्य है कि गिरफ्तार आरोपियों में से रूपेंद्र पाल पुत्र प्रेमपाल, तेजपाल पुत्र दीनदयाल का नाम साइबर क्राइम थाना के ही एक अन्य मुकदमे में भी सामने आ चुका है। उस मामले में 2.90 करोड़ रुपये की ठगी की गई थी।

देशभर से कुल 43 शिकायतें दज
एनसीआरपी पोर्टल पर जांच में सामने आया कि घटना में प्रयुक्त बैंक खातों के खिलाफ विभिन्न राज्यों में कुल 43 शिकायतें दर्ज हैं। जिनमें तेलंगाना में 9 शिकायतें 14.79 लाख की ठगी, तमिलनाडु में 8 शिकायतें 2.04 करोड़ रुपये, हरियाणा में 2 शिकायतें 96.33 लाख रुपये, महाराष्ट्र में 4 शिकायतें 96.65 लाख रुपये, राजस्थान में 1 शिकायत 1.34 करोड़ रुपये, आंध्र प्रदेश में 2 शिकायतें 40 लाख रुपये, कर्नाटक में 5 शिकायतें 7.35 करोड़ रुपये, गुजरात में 5 शिकायतें 26 लाख रुपये, केरल में 3 शिकायतें 11.70 करोड़ रुपये, दिल्ली में 4 शिकायतें 3.11 करोड़ रुपये की सामने आई है।

बड़े पैमाने पर बनाते थे निशाना
पुलिस का कहना है कि यह गिरोह चाइनीज साइबर ठगों के इशारे पर काम करता है और पूरे देश में इन्वेस्टमेंट फ्रॉड के नाम पर बड़े पैमाने पर लोगों को निशाना बनाता रहा है। घटना से जुड़े अन्य फरार साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।