द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा: नोएडा एयरपोर्ट के संचालन से पहले सार्वजनिक परिवहन को सुदृढ़ बनाने की दिशा में जिले के तीनों प्राधिकरण—नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण—मिलकर 24 रूटों पर 500 इलेक्ट्रिक बसों का संचालन करेंगे। यह निर्णय मंगलवार को मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया। इस दौरान तीनों प्राधिकरणों की भूमिका और संचालन खर्च को लेकर गहन चर्चा हुई।


तीन क्षेत्रों में बसों का संचालन, यात्रियों की संख्या के अनुसार योजना
नोएडा क्षेत्र में सबसे अधिक आबादी होने के कारण यहां यात्रियों की संख्या भी सबसे अधिक होने का अनुमान है। इस आधार पर बस संचालन पर आने वाले खर्च का निर्धारण होगा। जनवरी में निविदा जारी कर फरवरी में बस सेवा शुरू करने की योजना है। 


प्रथम चरण में 500 बसें, रूटों का निर्धारण जारी
प्रथम चरण में नोएडा क्षेत्र में 13 रूटों पर 257 बसें, ग्रेटर नोएडा में 9 रूटों पर 196 बसें और यमुना सिटी में 2 रूटों पर 52 बसें चलाई जाएंगी। प्रत्येक बस को 24 घंटे में 200 किलोमीटर चलाना अनिवार्य होगा। रूटों का निर्धारण यात्रियों की संख्या और यात्रा की मांग के अनुसार किया जाएगा। 


यात्रियों के लिए हाईटेक सुविधाएं, जाम से निजात
ई-बसें सुरक्षा और आराम की दृष्टि से अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होंगी। इनमें सीसीटीवी कैमरे, जीपीएस ट्रैकर और एसी जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। सीटों की गुणवत्ता अन्य बसों की तुलना में अधिक आरामदायक होगी। हाई रेजोल्यूशन कैमरों की निगरानी में यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी। ई-बसों के संचालन से प्रदूषण कम होगा और यातायात जाम की समस्या भी काफी हद तक सुलझ जाएगी।


ग्रेटर नोएडा के रूट और सेवाएं
ग्रेटर नोएडा में 9 प्रमुख रूटों पर बसें चलाई जाएंगी। इनमें शशि चौक से ऐस सिटी, परी चौक से आनंद विहार रेलवे स्टेशन, और बॉटनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन से दादरी बस स्टॉप जैसे महत्वपूर्ण रूट शामिल हैं। प्रत्येक रूट पर यात्रियों की संख्या और मांग को ध्यान में रखते हुए बसों का संचालन किया जाएगा। इसके अलावा, 15 दिनों में यमुना सिटी में डिपो के लिए जमीन चिन्हित कर निर्माण कार्य शुरू होगा। ग्रेटर नोएडा के रूट- शशि चौक से ऐस सिटी (स्टेलर जीवन इको विलेज, किसान चौक, सेक्टर-71), शारदा यूनिवर्सिटी से कासना (डीआईटी, निर्मल कुंज, जीबीयू), एक मूर्ति चौक से जीबीयू (चार मूर्ति, यथार्थ अस्पताल, आम्रपाली वेस्ट, गैलेरिया मॉल, यामाहा मोटर्स), ग्रेनो वेस्ट से बॉटनिकल गार्डन (सेक्टर-72, सेक्टर-51, शशि चौक), दादरी से जीबीयू (वाया कासना), परी चौक से डेल्टा-2 (ग्रेनो प्राधिकरण ऑफिस, कासना, जेपी ग्रीन्स), परी चौक से आनंद विहार रेलवे स्टेशन (वाया अक्षरधाम, लक्ष्मीनगर), परी चौक से साहिबाबाद (वाया सूजरपुर, एलजी चौक, नोएडा फेज-2, सेक्टर-62) और दादरी से गाजियाबाद रेलवे स्टेशन (लाल कुआं) होंगे।


सिटी बस डिपो और चार्जिंग प्वाइंट
नोएडा क्षेत्र में सेक्टर-82 और सेक्टर-90 में सिटी बस डिपो बनाए जाएंगे। नोएडा के रूट- बॉटनिकल गार्डन से दादरी बस स्टॉप (सेक्टर-49, एनएसईजेड, फेज-2, सूरजपुर), सेक्टर-2 से आईएसबीटी नोएडा (वाया मोरना), सिटी सेंटर से केसर अपार्टमेंट (सेक्टर-36, गोल्फ कोर्स, सुल्तानपुर, भंगेल), बॉटनिकल गार्डन से डिपो मेट्रो स्टेशन (अट्टा मार्केट, जीआईपी, एचसीएल, एमिटी यूनिवर्सिटी), सेक्टर-12/22 से कासना (निठारी, कुलेसरा, हबीबपुर, सूरजपुर), बिरला इंस्टीट्यूट से सेक्टर-62 (अट्टा मार्केट, बॉटनिकल गार्डन, आरटीओ ऑफिस), सेक्टर-62 से एनएसईजेड, सेक्टर-62 से दादरी (सेक्टर-76, सूरजपुर), बॉटनिकल गार्डन से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन (अक्षरधाम, आईटीओ), बॉटनिकल गार्डन से कश्मीरी गेट (लक्ष्मीनगर, गीता कॉलोनी), सेक्टर-90 से सेक्टर-52 मेट्रो स्टेशन, सेक्टर-15 से विजय नगर (अट्टा मार्केट, ताज हाईवे) और नोएडा स्टेडियम से वीर सावरकर चौक (पुलिस स्टेशन सेक्टर-20, सेक्टर-28) होंगे। ग्रेटर नोएडा और यमुना सिटी में डिपो के लिए स्थान तय किए जा रहे है। ई-बसों की चार्जिंग के लिए रूट पर चार्जिंग प्वाइंट विकसित किए।


योजना में 600 करोड़ का निवेश, प्रदूषण पर रोक
ई-बस परियोजना पर तीनों प्राधिकरणों का कुल 600 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। प्राधिकरण या तो बसों की खरीद करेंगे या निजी ठेकेदारों के माध्यम से अनुबंध करेंगे। इस परियोजना का उद्देश्य न केवल यात्री परिवहन को सुगम बनाना है बल्कि प्रदूषण को नियंत्रित करते हुए ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के विकास को गति देना भी है। 


यात्रियों के लिए सुविधाजनक और सुलभ परिवहन
ई-बस सेवा शुरू होने से यात्रियों को अत्याधुनिक, सुरक्षित और सुलभ परिवहन मिलेगा। प्राधिकरणों ने आरएफपी (रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल) जारी कर दिया है, जिससे परियोजना को जल्द से जल्द क्रियान्वित किया जा सके।