द न्यूज गली, नोएडा : नोएडा पुलिस ने एक बर्खास्त सिपाही को गिरफ्तार किया है। जिसने खुद को रिटायर्ड डिप्टी एसपी बताकर करोड़ों रुपये की सरकारी जमीनों को बेचा। आरोपी शंभूनाथ मिश्रा (55) को कोतवाली फेज-3 पुलिस ने सोमवार को गढ़ी चौखंडी से पकड़ा है। पुलिस अब उन जमीनों का पता लगा रही है, जिनकी बिक्री उसने फर्जी दस्तावेजों के जरिए की है। इसके साथ ही आरोपी के अन्य साथियों और प्रॉपर्टी डीलरों की तलाश की जा रही है।
दिल्ली पुलिस से बर्खास्त होकर बना ठग
डीसीपी नोएडा सेंट्रल शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि शंभूनाथ मिश्रा पहले दिल्ली पुलिस में सिपाही था। 1986 में उसने पुलिस सेवा जॉइन की थी और 18 साल तक काम किया। लेकिन 2004 में उसके शैक्षणिक और अन्य दस्तावेज फर्जी पाए गए। जिस वजह से उसे निलंबित कर दिया गया और फिर बर्खास्त कर दिया गया। इस मामले में दिल्ली के मुखर्जी नगर थाने में मुकदमा भी दर्ज हुआ था।
खुद को रिटायर्ड डिप्टी एसपी बताकर किया फर्जीवाड़ा
बर्खास्तगी के बाद शंभूनाथ ने प्रॉपर्टी डीलिंग का काम शुरू किया और खुद को रिटायर्ड डिप्टी एसपी बताकर फर्जीवाड़ा करने लगा। उसने नोएडा और एनसीआर की डूब क्षेत्र और अधिगृहीत जमीनों के फर्जी दस्तावेज बनाकर उन्हें बेच दिया। वह खुद कभी सामने नहीं आता था और अपने साथियों को जमीन का मालिक बताकर मोटी रकम वसूलता था।
महिलाओं और फर्जी गवाहों का करता था इस्तेमाल
पुलिस द्वारा की गई जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपी जमीन के असली विक्रेता के बजाय दूसरी महिलाओं को खड़ा कर देता था। वह रजिस्ट्री के पेपर पर महिलाओं की फोटो लगाकर फर्जी गवाहों और खरीदारों के दस्तावेज बनवाता था। इन दस्तावेजों के आधार पर वह जमीन बेचकर मोटा मुनाफा कमाता था।
शिकायत के बाद पकड़ में आया जालसाज
नोएडा पुलिस को यह मामला तब पता चला जब गढ़ी चौखंडी गांव के रहने वाले जगमोहन ने शिकायत की कि जमीन देने के नाम पर उनसे 14 लाख रुपये की ठगी की गई है। जांच के दौरान पहले अन्य प्रॉपर्टी डीलरों के बारे में पता चला और फिर शंभूनाथ मिश्रा का नाम सामने आया।
पुलिस कर रही आगे की जांच
जांच में पता चला कि आरोपी सेक्टर-121 में प्रॉपर्टी डीलर संजय शर्मा के साथ काम करता था। उसके बाद पुलिस ने जाल बिछाकर उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उसने अब तक कितनी जमीनें बेची है और कितने लोग उसकी ठगी का शिकार हुए है।
