द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा : गौतमबुद्धनगर की पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और डोमेस्टिक एयरपोर्ट से जुड़ी सभी लिंक सड़कों और मार्गों के चौड़ीकरण के लिए पत्र लिखा है। इस संबंध में यमुना प्राधिकरण के सीईओ को पत्र लिखकर यह अनुरोध किया गया है कि वाहनों के सुगम आवागमन के लिए आवश्यक कार्य शीघ्र पूरे किए जाएं।

तेजी से बन रहा है नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट
जेवर में निर्माणाधीन नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और नोएडा डोमेस्टिक एयरपोर्ट का कार्य तीव्र गति से चल रहा है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना का परिचालन निकट भविष्य में प्रस्तावित है, जिसे दो चरणों में पूरा किया जाएगा।
-पहला चरण: इस चरण में एयरपोर्ट को दो रनवे के साथ शुरू किया जाएगा, जिसकी वार्षिक यात्री क्षमता लगभग 70 मिलियन होगी।
-दूसरा चरण: आगे चलकर, इस एयरपोर्ट को पांच रनवे तक विस्तार दिया जाएगा, जिससे इसकी कुल वार्षिक यात्री क्षमता 225 मिलियन तक पहुंच जाएगी।

यातायात दबाव में हो रही वृद्धि
एयरपोर्ट के विकास के साथ, यहां पैसेंजर टर्मिनल और कार्गो टर्मिनल की भी स्थापना की जा रही है। इसके पूरा होते ही देश-विदेश से यात्रियों और व्यवसायियों की भारी आवाजाही बनी रहेगी। वर्तमान में भी, नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जुड़ी सड़कों पर वाहनों का अत्यधिक दबाव देखा जा रहा है। खासतौर पर:
-कमर्शियल और घरेलू वाहनों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
कार्गो टर्मिनल के चलते भारी ट्रकों की आवाजाही भी तेजी से बढ़ी है।
-नोएडा, ग्रेटर नोएडा, हापुड़, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा आदि जिलों से यात्री, श्रमिक और किसान इन मार्गों का उपयोग कर रहे हैं।

सड़कों के चौड़ीकरण की जरूरत
यात्रियों की बढ़ती संख्या और वाहनों के दबाव को देखते हुए पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने यमुना प्राधिकरण को सड़कों के चौड़ीकरण के लिए पत्राचार किया है। इसका मुख्य उद्देश्य:
-नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और नोएडा डोमेस्टिक एयरपोर्ट से जुड़ी सड़कों को व्यवस्थित करना।
यातायात सुगम और सुरक्षित बनाना।
-स्थानीय निवासियों और बाहरी यात्रियों को जाम और अन्य परेशानियों से बचाना।

यातायात होगा सुगम
सड़कों के चौड़ीकरण से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और उसके आसपास के क्षेत्रों में यातायात प्रबंधन आसान होगा। इससे यात्रियों, श्रमिकों, व्यापारियों और किसानों को बड़ी राहत मिलेगी। पुलिस प्रशासन इस कार्य को प्राथमिकता देने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि भविष्य में एयरपोर्ट के सफल संचालन में कोई बाधा न आए।