द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा : बादलपुर कोतवाली पुलिस ने ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो कि लोगों को हनी ट्रैप में फंसाकर रेप का फर्जी मुकदमा लिखवाता था और फिर मोटी रकम वसूलता था। ताजा मामला सादोपुर का है। आरोपियों ने पीड़ित पर फर्जी रेप का आरोप लगाते हुए पुलिस से शिकायत की। बाद में ढाई लाख रूपये लेकर समझौता कर लिया। पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को धर दबोचा है जिसमें एक युवती शामिल है।

इनकी हुई गिरफ्तारी
डीसीपी सेंट्रल नोएडा शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि मामले में बादल डेढ़ा उर्फ कालू सिंह, प्रिंस व युवती जेहरा को गिरफ्तार किया गया है।

यह मिली थी सूचना
थाना बादलपुर पर 22 फरवरी को पीआरवी के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई, जिसमें कॉलर बादल डेढा उर्फ कालू सिंह द्वारा बताया गया कि 19-20 वर्ष की लड़की के साथ दुष्कर्म की घटना हुई है। सूचना पर थाना बादलपुर पुलिस द्वारा मौके पर पहुंचकर जांच की गयी तो पीड़िता अभियुक्ता द्वारा दुष्कर्म कि घटना सुबह 7.30 बजे से सुबह 8.30 बजे के मध्य की बतायी गयी। पुलिस टीम द्वारा वहां लगे सीसीटीवी कैमरे व घटनास्थल का निरीक्षण व आस-पास के लोगो से पूछताछ की गयी तो पाया कि घटना के समय पीड़िता की सगी बडी बहन वही पर उपस्थित थी एवं कैमरे में भी उपरोक्त स्थान के आस-पास अन्य किरायेदारों की गतिविधि सामान्य पायी गयी। प्रथम दृष्टया उपरोक्त घटना संदिग्ध पाई गई।

पूछताछ में यह आया सामने
पीड़िता से जब विस्तृत पूछताछ की गयी तो पीड़िता द्वारा बताया गया कि मैं अकेले रहती हूं और मेरे पिता नही है तथा मां से झगड़ा चल रहा है। बादल व प्रिन्स मेरे मुंहबोले भाई है, मैं पिछले 2 वर्ष से बादल के मकान, दिल्ली में ही रहती थी और बादल ही मेरा खर्चा चलाता था। लोनी में मेरी मुलाकात प्रिन्स से हुयी थी। बादल डेढ़ा के विषय में गोपनीय जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि यह अपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति है और इसके विरूद्ध कई मुकदमे दर्ज है तथा पीड़िता के माध्यम से इसने कई लोगो को ठगा है। थाना न्यू अशोक नगर दिल्ली में इसकी हिस्ट्रीशीट बनाये जाने की कार्यवाही भी प्रचलित है।

गाजियाबाद में भी रेप का लगाया था आरोप
जांच के दौरान यह भी ज्ञात हुआ कि पीड़िता द्वारा बादल व प्रिन्स के साथ मिलकर थाना अंकुर विहार, गाजियाबाद क्षेत्र में 2 नवंबर को एक अन्य मकान मालिक तथा उसके नाबालिग लड़के द्वारा पीड़िता के साथ दुष्कर्म करने के सम्बन्ध में एफआईआर लिखाने के लिए प्रार्थना पत्र दिया गया था। पीड़िता द्वारा उक्त मकान मालिक के मकान में किराये पर कुल 8 दिन रहने के दौरान ही इस तरह का आरोप लगाया गया था और 17 नवंबर को कार्यवाही न करने का एक समझौता पत्र थाना अंकुर विहार में उपरोक्त तीनो के द्वारा दिया गया था। थाना बादलपुर पुलिस द्वारा जब इस घटना के आरोपी (मकान मालिक) से पूछताछ की गयी तो उसने बताया कि मेरे नाबालिग बेटे को गलत फंसाकर इस बात की धमकी दी गयी कि बलात्कार में आजीवन कारावास की सजा है, हम तुम्हे कही का नही छोडेंगें तब मेरे द्वारा बिना किसी गलती के भी इनके दबाव में आकर साढे पांच लाख रूपये इन तीनो को दे दिये गये थे और इन्होने समझौतानामा लिखकर थाने पर दिया था। ये तीनों लोग मिलकर गैंग के रूप में काम करते है तथा नई-नई जगह किराये का कमरा तलाश कर मकान मालिकों को बलात्कार में फंसाने की धमकी देकर जबरन पैसा वसूलने का काम करते है।