द न्‍यूज गली, ग्रेटर नोएडा: स्पर्श ग्लोबल स्कूल ने शिक्षा जगत में एक अभूतपूर्व उपलब्धि हासिल करते हुए IRIS (Intelligent Responsive Interactive System) का भव्य और ऐतिहासिक शुभारंभ किया। यह उन्नत प्रणाली कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) से युक्त है, जो परंपरागत शिक्षण पद्धतियों को एक नया आयाम देते हुए विद्यार्थियों के अनुभव को अत्यधिक समृद्ध और सजीव बनाएगी। कार्यक्रम के मुख्‍य अतिथि डीएम मनीष कुमार वर्मा थे। इस अवसर पर उन्‍होंने कहा कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता अब कोई दूर का सपना नहीं, बल्कि आज का यथार्थ बन चुकी है। शिक्षा के क्षेत्र में AI का समावेश केवल एक तकनीकी उन्नयन नहीं, बल्कि एक वैचारिक क्रांति है। जो न केवल शिक्षण प्रक्रियाओं को अधिक प्रभावशाली बनाएगी, बल्कि विद्यार्थियों को भविष्य की चुनौतियों से सजग और सक्षम रूप से निपटने के लिए तैयार भी करेगी।

भविष्य के नेतृत्व का निर्माण
IRIS को छात्रों के लिए एक बुद्धिमान, उत्तरदायी और संवादात्मक शैक्षणिक सहयोगी के रूप में प्रस्तुत किया गया, जो प्रत्येक छात्र की व्यक्तिगत ज़रूरतों को समझते हुए, उन्हें अनुकूल मार्गदर्शन और तुरंत समाधान प्रदान करने में सक्षम है। इस अवसर पर स्‍कूल की प्रधानाचार्या डाक्‍टर मोनिका रंधावा ने कहा कि AI के माध्यम से शिक्षा अब अधिक व्यक्तिगत, संवेदनशील और छात्र-केंद्रित बन रही है। जो न केवल ज्ञानार्जन को सशक्त बनाएगी, बल्कि हर विद्यार्थी की संभावनाओं को नई ऊँचाइयाँ प्रदान करेगी। स्पर्श ग्रुप के सीईओ-एजुकेशन डाक्‍टर अमित सक्सेना ने कहा कि स्पर्श ग्लोबल स्कूल केवल शिक्षा प्रदान नहीं कर रहा, बल्कि आने वाले युग की दिशा और दशा तय करने वाले भविष्य के नेतृत्व का निर्माण कर रहा है। विद्यालय की यह पहल इस बात का जीवंत प्रमाण है कि जब सोच में दूरदर्शिता और प्रयासों में समर्पण हो, तो असाधारण उपलब्धियाँ संभव हैं।