द न्यूज गली, नोएडा : थाना साइबर क्राइम नोएडा पुलिस द्वारा डिजिटल अरेस्ट कर लाखों रुपए की धोखाधड़ी-ठगी करने वाले गैंग का 1 साइबर अपराधी गिरफ्तार किया गया है। आरोपी महिला से डिजिटल अरेस्ट करके हुई 84 करोड़ की ठगी के मामले में फरार चल रहा था। आरोपी चंडीगढ़ स्थित आईडीएफसी फस्र्ट बैंक का कर्मचारी है और लोगों के खाते खुलवाने का काम करता था। आरोपी की पहचान बैंक कर्मी सोनू पाल पुत्र चंद्र प्रकाश निवासी धनाश सेक्टर 14, वेस्ट चंडीगढ़ के रूप में हुई है। आरोपी को मोहाली पंजाब से गिरफ्तार किया गया है।

यह हुई थी घटना
महिला ने पिछले वर्ष साइबर क्राइम थाने में केस दर्ज कराया था जिसमें साइबर अपराधी द्वारा पीडिता को फेडेक्स कोरियर कंपनी के नाम पर पार्सल में 5 ट्रैवलिंग पासपोर्ट, 3 क्रेडिट कार्ड, 1 लैपटप, 4 किलो कपड़े, 200 ग्राम एमडीएमए व 35,000 रूपए नकद बताते हुए पीडिता को डराकर तथा मनी लांड्रिंग का केस होने का आरोप लगाकर 84,16,979 रुपए की धोखाधड़ी की गयी ।पुलिस की जांच के क्रम में कार्यवाही करते हुए धोखाधड़ी में लिप्त संदिग्ध बैंक खातो को तत्काल फ्रीज कराया गया है।

आरोपी ने यह बताया
पकड़े गए आरोपी सोनू ने पूछताछ करने पर बताया कि वह बैंक में करंट खाते खुलवाने का कार्य करता है, इसी क्रम में आरोपी ने धोखाधड़ी पूर्वक खाताधारक का खाता खुलवा लिया और फिर खाते की अंतरिम जानकारी को टेलीग्राम ग्रुप के माध्यम से विदेशी नागरिक को भेज दी। इसके बदले सोनू पाल को साइबर अपराधियों से 2 लाख रुपये का कमीशन मिला। जो ठगी हुई थी 25 जून को पीडिता के लगभग 69,78,894 लाख रुपये धोखाधड़ी के इस बैक खाते में प्राप्त हुए। वादिया के साथ हुई धोखाधड़ी की 21 लाख रुपये फ्रीज कराकर 16 लाख रिफन्ड कराए जा चुके है, अन्य की वापसी की कार्यवाही प्रचलित है।

41 शिकायतें मिली
टारोपी द्वारा ओपन कराए गए बैंक खाते को एनसीआरपी पोर्टल पर जांच करने पर कुल 41 शिकायतें मिली है। जिसमें ( महाराष्ट्र- 7, कर्नाटक  6 , तलेगाना- 5, केरल 4,  बिहार 3, गुजरात- 3, उत्तर प्रदेश- 3, हरियाणा 2, मध्य प्रदेश 2, तमिलनाडु 2, आंध्र प्रदेश  1, नागालैंड -1, पंजाब- 1, वेस्ट बंगाल- 1) दर्ज पाई गई है, जिसके संबंध मे आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जा रही है, उपरोक्त केस में अभी तक पूर्व में कुल 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।