-ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ व एसीईओ ने साझा की जानकारी
-अधिकारियों ने आईआईटीजीएनएल टाउनशिप के इंफ्रा को मौके पर जाकर देखा

द न्‍यूज गली, ग्रेटर नोएडा: केंद्र सरकार के पांच आईएएस अफसर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में आईआईटीजीएनएल की स्मार्ट इंडस्ट्रियल टाउनशिप और मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब (एमएमटीएच) और मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक हब (एमएमएलएच) का अध्ययन करने पहुंचे। इन अधिकारियों में उत्तर प्रदेश कैडर की आईएएस अफसर इशिता किशोर और सई आश्रित शाकमुरी, तमिलनाडु कैडर से आयुश गुप्ता, बिहार कैडर से आकांक्षा आनंद, हिमाचल प्रदेश कैडर से अंजलि गर्ग और बिहार कैडर से गरिमा लोहिया शामिल थीं। अधिकारियों ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार, एसीईओ सौम्य श्रीवास्तव, एसीईओ श्रीलक्ष्मी वीएस और एसीईओ प्रेरणा सिंह के साथ बैठक कर टाउनशिप और एमएमएलएच-एमएमटीएच के बारे में जानकारी प्राप्त की। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने औद्योगिक विकास प्राधिकरणों में जमीन अधिग्रहण से लेकर विकास कार्यों तक के बारे में जानकारी और अपने अनुभव साझा की। सीईओ ने कहा कि किसानों से जमीन लेकर उद्योगों को देने के पीछे मुख्य मकसद रोजगार और निवेश है, ताकि यहां के युवाओं को जीवकोपार्जन का एक जरिया बन सके। उन्होंने रोजगार सृजन की दिशा में कार्य करने की सीख दी।

मिल रहा रोजगार
एसीईओ सौम्य श्रीवास्तव ने जमीन प्राप्त करने के एवज में दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी दी। एसीईओ श्रीलक्ष्मी वीएस और एसीईओ प्रेरणा सिंह ने स्मार्ट इंडस्ट्रियल टाउनशिप और मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब और मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक हब के बारे में जानकारी दी। एसीईओ प्रेरणा सिंह ने बताया कि इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप में अब तक 25 से अधिक बड़ी कंपनियों को जमीन आवंटित किया गया है। इनमें से हायर जैसी कई बड़ी कंपनियां फंक्शनल भी हो चुकी हैं। ये कंपनियां अब तक लगभग 10 हजार करोड़ रुपये का निवेश और लगभग 23 हजार युवाओं को प्रत्यक्ष रोजगार भी दे रहीं हैं। एसीईओ श्रीलक्ष्मी वीएस ने टाउनशिप में ऑटोमेटिक वेस्ट कलेक्शन सिस्टम, 24 घंटे बिजली-पानी और सुरक्षा सिस्टम पर जानकारी दी। मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब के अंतर्गत रेल, मेट्रो और बस टर्मिनल विकसित किए जाने के बारे में भी बताया।