द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा वेस्ट के आम्रपाली घर खरीदारों ने हाल ही में लगभग 50 डिग्री सेल्सियस की चिलचिलाती धूप में कोर्ट रिसीवर ऑफिस के बाहर प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में बुज़ुर्गों, महिलाओं और बच्चों ने भी भाग लिया। उनका मुख्य उद्देश्य फ्लैटों की रिवाइवल प्रक्रिया में हो रही देरी, स्टाफ के अमानवीय व्यवहार और बार-बार के झूठे आश्वासनों के खिलाफ आवाज़ उठाना था।

प्रमुख मुद्दे और प्रदर्शनकारियों की मांगें:
फ्लैटों की कैंसिलेशन और रिवाइवल में देरी: कई घर खरीदारों के फ्लैट कैंसिल कर दिए गए हैं, जबकि उन्होंने 80% से 100% तक की राशि चुका दी थी। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही है।

अमानवीय व्यवहार और बार-बार बुलाना: घर खरीदारों का आरोप है कि कोर्ट रिसीवर ऑफिस के स्टाफ का व्यवहार अमानवीय है और उन्हें छोटे-छोटे कामों के लिए बार-बार बुलाया जाता है, जिससे उनकी परेशानियाँ बढ़ रही हैं।

सुप्रीम कोर्ट के आश्वासन के बावजूद कार्रवाई की कमी: घर खरीदारों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट ने मामले को जल्द सुलझाने का आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।

NEFOA का समर्थन और चेतावनी
नोएडा एक्सटेंशन फ्लैट ओनर्स वेलफेयर एसोसिएशन (NEFOA) के अध्यक्ष अभिषेक कुमार ने प्रदर्शनकारियों का समर्थन करते हुए कहा कि यदि कोर्ट रिसीवर ऑफिस के स्टाफ का व्यवहार नहीं सुधरता, तो वे जंतर-मंतर पर बड़े पैमाने पर प्रदर्शन करेंगे।

वर्तमान स्थिति
हाल ही में, सुप्रीम कोर्ट ने उन फ्लैटों की कैंसिलेशन का आदेश दिया है, जिनके खरीदारों ने कब्जा नहीं लिया है। हालांकि, यह निर्णय उन घर खरीदारों के लिए चिंता का विषय बन गया है, जिन्होंने पूरी राशि चुका दी है लेकिन कब्जा नहीं मिला है। NBCC ने इन परियोजनाओं को पूरा करने के लिए निजी बिल्डरों को फ्लैट बेचने का निर्णय लिया है, जिसे कुछ घर खरीदारों ने विरोध किया है।