-भारतीय ग्रंथों वेद, उपनिषद, पुराण की दी जानकारी
-दाजी ने दिया छात्रों के सवालों का जवाब

द न्‍यूज गली, ग्रेटर नोएडा: गलगोटिया विश्वविद्यालय में भारतीय ज्ञान परंपरा केंद्र का उद्घाटन विश्व विख्यात अध्यात्मिक गुरू कमलेश डी पटेल (दाजी) ने किया। दाजी ने संवाद की शुरुआत प्राचीन भारतीय ग्रंथों वेद, उपनिषद, पुराण आदि के बारे में जानकारी देने के साथ की। बताया कि आत्मा के बारे में भगवद्गीता में लिखा गया है। इसमें जीवन में उत्पत्ति और मरण के महत्व को छोटे बच्चे का उदाहरण देकर समझाया गया है। बताया कि किस तरीके से चेतना और अवचेतना हमारे विचारों को प्रभावित करती है। हम चेतना का दायरा सही आध्यात्मिक क्रियाओं से बढ़ा सकते हैं। अगर अपने जीवन में बदलाव करना है तो हमें अपनी चेतना में बदलाव करना होगा।

ध्‍यान करने की सलाह
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति सुनील गलगोटिया ने ध्यान के महत्व को रेखांकित करते हुए अध्यात्म और विज्ञान दोनों को साथ चलने की बात कही। इसके साथ ही उन्होंने स्वामी विवेकानंद की चेतना के विचार के बारे में विस्तार पूर्वक बताया। गलगोटिया विश्वविद्यालय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डाक्‍टर ध्रुव गलगोटिया ने दाजी के समाज को बदलने की मुहिम की तारीफ की। उन्होने छात्रों का आवाहन किया कि जीवन मूल्य और विकास के लिए ध्यान और क्रिटिकल थिंकिग का उपयोग किया जाना चाहिये। मानसिक स्वास्थ्य और व्यक्तित्व निर्माण को ध्यान से हासिल किया जा सकता है। दाजी ने छात्रों को 20 मिनट का ध्यान कराया। साथ ही उन्‍होंने छात्रों के सवालों के जवाब भी दिए।