द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा : जनपद के चारों ब्लॉकों दादरी, जेवर, दनकौर और बिसरख में स्थित 50 से कम छात्र संख्या वाले प्राइमरी और उच्च प्राथमिक विद्यालयों का जल्द ही पास के अन्य स्कूलों में विलय किया जाएगा। बेसिक शिक्षा विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। 1 जुलाई से इन स्कूलों के छात्र नए विद्यालयों में पढ़ाई करेंगे, जबकि खाली हुए स्कूल भवनों में बालवाटिका और आंगनबाड़ी केंद्र संचालित किए जाएंगे।
विभाग के अनुसार, जिन स्कूलों का विलय किया जा रहा है, उनकी दूरी नजदीकी विद्यालयों से अधिकतम ढाई से तीन किलोमीटर तक है। कुछ मामलों में यह दूरी मात्र 200 से 300 मीटर है। अधिकारियों का कहना है कि इससे छात्रों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी और संसाधनों का समुचित उपयोग हो सकेगा।
इन स्कूलों का होगा विलय
बिसरख ब्लॉक के खेड़ा दुजाना, खेड़ा हाथीपुर, कचेहड़ा एक और दो, सुनपुरा एक और दो समेत कई स्कूल इस निर्णय से प्रभावित होंगे। दादरी ब्लॉक में कैलाशपुर, दयानगर, नई बील, कोट डेरी, आनंदपुर, सीदीपुर आदि स्कूलों का विलय किया जाएगा। इसी तरह दनकौर में अस्तौली, बागपुर, पंचायतन, हटेवा एक और दो, रोशनपुर, तथा जेवर ब्लॉक में निमिका, बेगमाबाद, नगला शाहपुर, गोविंदगढ़, रबूपुरा दो और सुल्तानपुर जैसे गांवों के स्कूलों का विलय होगा।
शिक्षक भी होंगे स्थानांतरित
विलय के साथ ही संबंधित स्कूलों के शिक्षकों को भी समीपवर्ती विद्यालयों में तैनात किया जाएगा। विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि स्कूलों को पूरी तरह बंद नहीं किया जाएगा, बल्कि इन स्थानों पर बालवाटिका चलाई जाएंगी। इससे तीन से छह वर्ष के बच्चों को विद्यालयी सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगी।
शिक्षक-छात्र अनुपात में असंतुलन
बेसिक शिक्षा परिषद के मानकों के अनुसार, एक शिक्षक प्रति 30 छात्रों (प्राइमरी) और प्रति 35 छात्रों (अपर प्राइमरी) के अनुपात में होना चाहिए। लेकिन कई स्कूलों में 10 छात्रों पर दो से तीन शिक्षक कार्यरत हैं। इस असंतुलन को सुधारने के लिए अंतरजनपदीय स्थानांतरण की प्रक्रिया भी जारी है।
