द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा : जेवर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के विकास कार्य में बाधा डालने के उद्देश्य से एक किसान परिवार को षड्यंत्रपूर्वक अपहृत करने वाले संगठित गिरोह का गौतमबुद्धनगर पुलिस ने पर्दाफाश किया है। थाना जेवर पुलिस व स्वाट टीम की संयुक्त कार्रवाई में अपहृत किसान हंसराज, उनकी पत्नी कमलेश देवी एवं पुत्र सौरभ को सकुशल बरामद कर लिया गया है। इस मामले में अब तक 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं।
घटना का खुलासा
एयरपोर्ट विस्थापन के अंतर्गत ग्राम रोही निवासी हंसराज व उनके परिवार को आरआर साइट में पुनर्वासित किया गया था, परंतु कुछ असहमति के चलते वे एयरपोर्ट परिसर के भीतर ही रह रहे थे। 29 मई 2025 को प्रशासन ने उन्हें पुनः आरआर साइट में स्थापित किया। इसके कुछ दिन बाद, उनके बेटे सोनू द्वारा 2 जून को इलाहाबाद उच्च न्यायालय में एक हैबियस कॉर्पस रिट दाखिल कर दावा किया गया कि उनके माता-पिता व भाई को अवैध रूप से हिरासत में लिया गया है।
हालाँकि जांच में सामने आया कि यह रिट एक सोची-समझी साजिश के तहत दायर कराई गई थी ताकि जेवर एयरपोर्ट परियोजना को बदनाम किया जा सके और प्रशासनिक अधिकारियों पर झूठे आरोप लगाए जा सकें।
साजिश का मास्टरमाइंड पायलट निकला
पुलिस के अनुसार, इस साजिश का मास्टरमाइंड कैप्टन पुत्तन सिंह है, जो एक निजी उड्डयन कंपनी में पायलट है। उसने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर 6 जून को हंसराज परिवार को इलाज के बहाने अगवा कर लिया और उन्हें नोएडा व दिल्ली के अलग-अलग स्थानों पर छिपाकर रखा। अपहृतों से संपर्क पूरी तरह कटवा दिया गया और मोबाइल फोन बंद करवा दिए गए। उन्हें 15 जून को पुनः गुप्त रूप से दयानतपुर लाया गया, जहां पवन चौधरी नामक व्यक्ति के एकांत घर में 27 जून तक छिपाकर रखा गया।
पुलिस की रणनीतिक कार्रवाई
पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के नेतृत्व में 7 टीमों का गठन कर तकनीकी और मानव खुफिया के माध्यम से जांच की गई। सीसीटीवी, सर्विलांस व वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों की पहचान कर गिरफ्तारी की गई।
