द न्यूज गली, नोएडा : सेक्टर 151ए में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल गोल्फ कोर्स की निर्माण एजेंसी मैसर्स कश्यपी इंफ्रास्टक्चर प्रा.लि. को नोएडा प्राधिकरण ने काली सूची में डालने का निर्णय लिया है। साथ ही एजेंसी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए नॉलेज पार्क-2 थाने में शिकायत दी गई है। यह कड़ी कार्रवाई प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) डॉ. लोकेश एम के निरीक्षण के दौरान साइट पर कार्य पूरी तरह बंद मिलने के बाद की गई।

निर्माण में देरी और लापरवाही
सीईओ के निरीक्षण में यह स्पष्ट हुआ कि साइट पर श्रमिकों की संख्या बेहद कम है और कार्य में कोई प्रगति नहीं हो रही। वर्क सर्कल-10 के इंजीनियरों ने बताया कि एजेंसी को बार-बार नोटिस दिए गए, लेकिन उसका कोई असर नहीं हुआ। सीईओ ने अनुबंध तत्काल प्रभाव से समाप्त करने के निर्देश दिए और शेष कार्य के लिए नई एजेंसी के चयन हेतु रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (आरएफपी) जारी करने का आदेश दिया।

इंजीनियरिंग विभाग सवालों के घेरे में
वर्क सर्कल-10 के वरिष्ठ प्रबंधकों और इंजीनियरों की भूमिका भी संदेह के घेरे में है। सूत्रों के अनुसार, पिछले दो महीनों से कार्य की रफ्तार बेहद धीमी थी, लेकिन अधिकारियों ने इसकी स्पष्ट जानकारी सीईओ को नहीं दी। जून 2024 में एसीईओ संजय खत्री द्वारा निरीक्षण में भी काम सुस्त पाया गया था, लेकिन कार्रवाई सिर्फ नोटिस तक ही सीमित रही।

अधिग्रहण अधूरा, जमीन की स्थिति भी स्पष्ट नहीं
गोल्फ कोर्स के लिए प्रस्तावित पूरी जमीन भी अभी तक प्राधिकरण के अधीन नहीं आई है। लगभग ढाई हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण जिला प्रशासन के माध्यम से अभी जारी है, जो परियोजना में और देरी का कारण बन रहा है।

यह है परियोजना
यह परियोजना जुलाई 2021 में लगभग 100 करोड़ रुपये की लागत से शुरू की गई थी और इसे 113.86 एकड़ भूमि पर विकसित किया जा रहा है। पहली डेडलाइन सितंबर 2022 थी, लेकिन अब तक केवल 68% कार्य ही पूरा हो सका है। निर्माण व बिजली के कार्यों में लागत वृद्धि के कारण अब कुल बजट 140.08 करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है।

सदस्यता की स्थिति
मार्च 2023 तक इस परियोजना के लिए 890 लोगों ने सदस्यता ली थी, लेकिन देरी के चलते 53 लोगों ने सदस्यता वापस ले ली। सामान्य नागरिकों के लिए सदस्यता शुल्क 10 लाख रुपये, राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए 3 लाख रुपये और केंद्रीय कर्मचारियों के लिए 6 लाख रुपये तय किया गया था। कॉरपोरेट सदस्यता के लिए 15 लाख रुपये की फीस तय की गई थी। कई विदेशी नागरिकों ने भी सदस्यता ली है। फिलहाल सेक्टर-38 स्थित गोल्फ क्लब को अंतरिम विकल्प के रूप में प्रयोग किया जा रहा है, लेकिन यह समाधान सफल नहीं हो पाया।