द न्यूज़ गली, ग्रेटर नोएडा : थाना दनकौर पुलिस ने एक ऐसी सनसनीखेज वारदात का खुलासा किया है, जिसमें डेयरी मालिक को चकमा देकर उसका भरोसेमंद ड्राइवर ही 10 लाख रुपये लेकर फरार हो गया और लूट की झूठी कहानी रच डाली। आरोपी ने अपने ही साले के साथ मिलकर पूरे घटनाक्रम की साजिश रची थी। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लूट के पूरे 10 लाख रुपये, दो अवैध तमंचे, एक कारतूस, एक खोखा व घटना में प्रयुक्त दो कारें बरामद कर ली हैं।
फर्जी लूट की कहानी
पुलिस को 27 अगस्त को शिकायत मिली थी कि डेयरी मालिक जितेन्द्र कुमार शर्मा ने अपने ड्राइवर उमेश को 10 लाख रुपये की कलेक्शन देकर घर भेजा था। कुछ देर बाद उमेश के भाई से सूचना मिली कि उमेश को गोली मारकर उससे पैसे लूट लिए गए और वह अस्पताल में भर्ती है। इस संबंध में थाना दनकौर में बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया।
सच आया सामने
जांच के दौरान पुलिस को कई संदेहास्पद बिंदु मिले। 28 अगस्त को यथार्थ अस्पताल, ग्रेटर नोएडा के पास से उमेश पुत्र नरेन्द्र पाल को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में उसने पूरी सच्चाई उगल दी। उमेश ने बताया कि उसने अपने साले पवन कुमार के साथ मिलकर 10 लाख की रकम हड़पने की साजिश रची थी।
21 अगस्त को उमेश ने मालिक से पैसे लेकर योजनाबद्ध तरीके से पवन को यमुना एक्सप्रेसवे पर सर्विस रोड के पास बुलाया। उसने 10 लाख से भरा बैग पवन को सौंप दिया और खुद को तमंचे से कंधे पर गोली मारकर लूट का नाटक रचा। तमंचा झाड़ियों में फेंक दिया और अस्पताल में भर्ती हो गया।
दूसरा आरोपी भी गिरफ्तार
पुलिस ने पवन कुमार को यमुना एक्सप्रेसवे के पास ग्राम जगनपुर जाने वाली सर्विस रोड से गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से लूट की पूरी रकम, एक तमंचा, कारतूस और घटना में प्रयुक्त बैगनार कार बरामद की गई।
