द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा : यमुना प्राधिकरण (YEIDA) की 86वीं बोर्ड बैठक में शनिवार को कई अहम निर्णय लिए गए। बैठक की अध्यक्षता अपर मुख्य सचिव आलोक कुमार ने की, जिसमें चालू वित्त वर्ष 2024-25 के पहले पांच महीनों की आय-व्यय रिपोर्ट पेश की गई। इस दौरान प्राधिकरण ने 1314.10 करोड़ रुपये की राजस्व प्राप्ति के मुकाबले 2063.41 करोड़ रुपये खर्च किए। सबसे ज्यादा राशि जमीन खरीद पर खर्च की गई है।

जमीन पर सबसे बड़ा खर्च, फिर भी आय में मामूली बढ़ोतरी
सीईओ राकेश कुमार सिंह ने जानकारी दी कि इस वर्ष अगस्त तक 1314.10 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में हुई 1307.94 करोड़ की आय से थोड़ा अधिक है। वहीं, खर्च में बड़ा उछाल आया है। पिछले साल 1474.01 करोड़ रुपये के मुकाबले इस वर्ष 2063.41 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं।

खरीदारों को मिली राहत, 401 फ्लैट की हुई रजिस्ट्री
अमिताभ कांत समिति की सिफारिशें लागू होने के बाद यीडा क्षेत्र की सात परियोजनाओं में प्रगति हुई है। बिल्डरों से 25% भुगतान के तहत 402.50 करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं। इन परियोजनाओं में 401 खरीदारों को फ्लैट की रजिस्ट्री कर मालिकाना हक दिया गया है। हालांकि, चार बिल्डरों एसडीएस इंफ्रा, सुपरटेक (दो परियोजनाएं) और ओरिस बिल्डर के मामले अभी कोर्ट व एनसीएलटी में लंबित हैं।

खुद के ऑफिस से कमाई करेगा यीडा
सेक्टर 18 में यीडा का प्रस्तावित नया कार्यालय अब आय का साधन भी बनेगा। यहां एक ऑडिटोरियम बनाया जाएगा, जिसे किराये पर दिया जाएगा। साथ ही, अतिक्रमण विरोधी दस्ते और कंट्रोल रूम के लिए जरूरी बदलाव भी भवन के नक्शे में किए गए हैं। 27,800 वर्ग मीटर में बनने वाला यह भवन ‘सिक्का एसोसिएट्स’ द्वारा डिजाइन किया गया है।

एयरपोर्ट के पास बनेगा लॉजिस्टिक हब
नोएडा एयरपोर्ट के पास सेक्टर 8एफ में लॉजिस्टिक व वेयरहाउस सेक्टर विकसित करने की मंजूरी दी गई है। इसके लिए जमीन अधिग्रहण व नक्शा तैयार करने की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी। सलाहकार एजेंसी की नियुक्ति की जाएगी।

न्यू हाथरस और न्यू आगरा के लिए मास्टर प्लान तैयार
न्यू हाथरस के मास्टर प्लान के लिए सलाहकार कंपनी का चयन किया जाएगा, जो यीडा के अधिसूचित गांवों का सर्वे कर औद्योगिक व आवासीय क्षेत्रों का खाका तैयार करेगी। वहीं, न्यू आगरा के मास्टर प्लान को दिल्ली स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर एंड प्लानिंग और अहमदाबाद की अन्य संस्थाओं से परीक्षण करवा कर अगली बैठक में प्रस्तुत किया जाएगा।

मथुरा में हेरिटेज सिटी का विकास
मथुरा जिले में हेरिटेज सिटी के विकास के लिए पीपीपी मॉडल या खुद के निवेश से बनने वाले मॉडल पर सुझाव देने हेतु सलाहकार एजेंसी नियुक्त की जाएगी। एजेंसी नफा-नुकसान का विश्लेषण कर विकास मॉडल सुझाएगी।

2026 तक स्मार्ट बनेंगे 29 गांव
यीडा क्षेत्र के 29 गांवों को स्मार्ट विलेज के रूप में विकसित करने की योजना पर तेजी से काम हो रहा है। नौ गांवों में पहला चरण पूरा हो गया है, नौ में कार्य प्रगति पर है और दो गांवों की निविदा प्रक्रिया चल रही है। दिसंबर 2026 तक सभी गांवों को स्मार्ट सुविधाओं से लैस कर दिया जाएगा। अब तक करीब 60 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं।