-कहा गरीब, मजदूर व निम्न आय वर्ग के लिए बनाए जाएं अस्‍पताल
-सरकारी अस्‍पताल बनने से लाखों लोगों को होगा फायदा

द न्‍यूज गली, ग्रेटर नोएडा: शहर में निजी की बजाए सरकारी अस्‍पताल बनवाने की एक्टिव सिटीजन टीम के मांग की मुहिम तेजी से आगे बढ़ रही है। मांग के समर्थन में टीम के सदस्‍यों ने सोमवार को जिले के दौरे पर आए डिप्‍टी सीएम ब्रजेश पाठक से मुलाकात की ज्ञापन सौंपा। डिप्‍टी सीएम ने टीम के सदस्‍यों के साथ वार्ता की और मांग पर विचार करने का आश्‍वासन दिया। ज्ञापन देने वालों में टीम के सदस्‍य आलोक सिंह, हरेंद्र भाटी, रमेश प्रेमचन्दानी,राहुल नंबरदार शामिल थे।

यह है मांग
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने शहर में विभिन्‍न स्‍थानों पर निजी अस्‍पतालों के लिए 4 प्‍लाट की योजना निकाली है। प्‍लाट का आवंटन बिडिंग के आधार पर होगा। अर्थात ज्‍यादा बोली लगाने वाले को प्‍लाट का आवंटन किया जाएगा। टीम के सदस्‍यों का कहना है कि जिले में लगभग 90 प्रतिशत निजी अस्पताल पहले ही हैं। गरीब, मजदूर, निम्न आय वर्ग के लिए सस्ते मूल्यों पर चिकित्सा की जरूरत को पूरा करने के सरकारी अस्पतालों की आवश्यकता है। सरकारी अस्पताल बनने से लाखों आर्थिक वंचित लोगों को फ़ायदा पहुँचेगा। प्राधिकरण यदि प्‍लाट बेचने की बजाय इन प्लाटों पर स्वयं अस्पताल बनाकर संचालित करने लिए संस्थाओं को दे तो इलाज के खर्च का भार आम जनता पर बहुत कम आएगा। साथ ही प्राधिकरण के लिए भी यह आर्थिक श्रोत बनेगा।