द न्यूज गली, नोएडा : पुलिस अब सिर्फ अपराध रोकने तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज को जोड़ने और पारिवारिक सौहार्द को बनाए रखने में भी अहम भूमिका निभा रही है। गौतमबुद्धनगर पुलिस कमिश्नरेट के अंतर्गत कार्यरत Family Dispute Resolution Centre (FDRC) में एक ऐसा ही संवेदनशील मामला सामने आया, जहां एक टूटते परिवार को दोबारा जोड़ा गया।
10 महीने से मायके में रह रही थी महिला
नोएडा निवासी अनीता (परिवर्तित नाम) ने अपने पति विजय (परिवर्तित नाम) एवं ससुराल पक्ष पर घरेलू हिंसा, सोशल मीडिया (इंस्टा रील्स/फेसबुक लाइव) को लेकर झगड़े, मानसिक व शारीरिक उत्पीड़न और घर खर्च न देने जैसे गंभीर आरोप लगाए थे। लगभग 10 महीनों से मायके में रह रहीं अनीता का मामला 9 जुलाई को एफडीआरसी सेक्टर-108 में मध्यस्थता हेतु प्राप्त हुआ।
चार चरणों में चली काउंसलिंग
एफडीआरसी प्रभारी, महिला पुलिस टीम, एमिटी यूनिवर्सिटी के प्रोफेशनल काउंसलर्स व मनोवैज्ञानिकों ने संवेदनशीलता के साथ पूरे मामले को संज्ञान में लिया। पति-पत्नी को चार अलग-अलग सत्रों में बुलाया गया और समझा-बुझाकर आपसी मतभेद मिटाने की कोशिश की गई। बीस वर्षों से अधिक पुराने इस रिश्ते में एक 18 वर्षीय पुत्र और 6 वर्षीय पुत्री भी हैं, जिनकी मानसिक स्थिति को देखते हुए उनकी भी काउंसलिंग की गई।
सोशल मीडिया बना विवाद की जड़
पति द्वारा इंस्टाग्राम लाइव और सोशल मीडिया गतिविधियों को लेकर घर में तनाव का माहौल बन गया था। इसी के चलते घर खर्च और पारिवारिक जिम्मेदारियों को लेकर भी मतभेद बढ़ते गए, जो अंततः अलगाव तक पहुंच गए।
FDRC की कोशिशों से लौटी मुस्कान
लगातार प्रयासों और काउंसलिंग के बाद आखिरकार पति-पत्नी साथ रहने के लिए राजी हो गए। दोनों ने एक-दूसरे को समझने और बच्चों की भलाई के लिए अपने रिश्ते को एक नया मौका देने का निर्णय लिया। इस मौके पर दोनों ने पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर का आभार प्रकट किया।
मिशन शक्ति 5.0 के तहत सक्रियता बढ़ी
पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के निर्देशन में मिशन शक्ति 5.0 अभियान को नवरात्रों के अवसर पर विशेष रूप से सक्रिय किया गया है। इसके तहत महिलाओं और बालिकाओं को उनके अधिकारों, साइबर सुरक्षा और अपराध से बचाव के तरीकों के प्रति जागरूक किया जा रहा है। महिला बीट अधिकारी और पुलिस स्टाफ द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में पहुंचकर जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
