द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा : राजस्थान में 25 जुलाई को हुए दर्दनाक हादसे ने पूरे देश को झकझोर दिया था, जब एक सरकारी स्कूल की बिल्डिंग ढहने से मासूम बच्चों की जान चली गई थी। इस घटना को गंभीरता से लेते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी जिलों के परिषदीय स्कूलों की इमारतों की जांच व मरम्मत के निर्देश दिए थे। उसी कड़ी में अब गौतमबुद्धनगर जिले में भी तेजी से काम शुरू हो गया है।

भवन की होगी मरम्मत
बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से जिले के ऐसे स्कूल भवनों की मरम्मत और सौंदर्यीकरण का कार्य शुरू किया गया है, जहां मामूली खामियां भी पाई गई हैं। इसके अलावा चार प्रमुख परिषदीय स्कूलों का कायाकल्प करने के लिए सीएसआर फंड के तहत 52 लाख रुपये का बजट जारी कर दिया गया है।

एनटीपीसी दादरी की पहल
एनटीपीसी दादरी की सीएसआर योजना के अंतर्गत यह कार्य दादरी ब्लॉक के परियोजना प्रभावित गांवों के प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में कराया जा रहा है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राहुल पंवार ने बताया कि एनटीपीसी की सीएसआर सीडी (कॉरपोरेट सोशल डिवेलपमेंट) से प्राप्त बजट के माध्यम से विद्यालय भवनों में आवश्यक निर्माण कार्य कराए जाएंगे।

जानिए किन स्कूलों में होंगे कार्य
उच्च प्राथमिक विद्यालय ऊंचा अमीरपुर:
यहां करीब 18 लाख रुपये की लागत से भवन की मरम्मत, पेंटिंग, वाल पेंटिंग, टाइलें लगवाने, इंटरलॉकिंग, खेलकूद की सुविधाएं विकसित करने और परिसर में मिट्टी डलवाने जैसे कार्य कराए जाएंगे।

प्राथमिक विद्यालय ऊंचा अमीरपुर:
इस विद्यालय के कायाकल्प के लिए 12.13 लाख रुपये का बजट निर्धारित किया गया है। भवन की मरम्मत व रंग-रोगन का कार्य प्राथमिकता पर होगा।

प्राथमिक विद्यालय गुठावली:
यहां भवन के सुधार कार्यों के लिए 12.21 लाख रुपये की राशि मंजूर की गई है। जल्द ही काम शुरू होने की संभावना है।

प्राथमिक विद्यालय सीदीपुर:
इस विद्यालय में करीब 10 लाख रुपये से मरम्मत व सौंदर्यीकरण के कार्य किए जाएंगे।

शिक्षा व्यवस्था को मिलेगी मजबूती
बीएसए राहुल पंवार का कहना है कि बच्चों को सुरक्षित और बेहतर शैक्षिक माहौल देने के लिए यह कदम बेहद जरूरी था। “मुख्यमंत्री जी के निर्देशों के अनुसार, हम हर उस विद्यालय तक पहुंच रहे हैं जहां सुधार की जरूरत है। हमारा प्रयास है कि किसी भी स्कूल की स्थिति ऐसी न हो जिससे बच्चों की सुरक्षा या पढ़ाई प्रभावित हो,” उन्होंने कहा।

अभिभावकों में दिखी संतुष्टि
विद्यालयों के कायाकल्प की खबर सुनते ही अभिभावकों में भी खुशी की लहर दौड़ गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोग अब आश्वस्त हैं कि उनके बच्चों को एक सुरक्षित और सुविधाजनक वातावरण में पढ़ाई का मौका मिलेगा।