द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा : जिला दीवानी एवं फौजदारी बार एसोसिएशन में निर्धारित समय पर चुनाव न होने की आशंका को लेकर दो दिनों से जारी अधिवक्ताओं का धरना गुरुवार को समाप्त हो गया। बार अध्यक्ष प्रमेंद्र भाटी द्वारा आम सभा में स्पष्ट आश्वासन दिए जाने के बाद अधिवक्ताओं ने अपना आंदोलन स्थगित कर दिया।
एडवोकेट्स ने जताई थी नाराज़गी, उपाध्यक्ष ने दिया था इस्तीफा
चुनाव को लेकर असमंजस की स्थिति बनने पर अध्यक्ष, सचिव सहित कई पदों के प्रत्याशी अधिवक्ता चौक पर धरने पर बैठ गए थे। इस दौरान मौजूदा कार्यकारिणी के कनिष्ठ उपाध्यक्ष देवेंद्र खारी ने भी विरोधस्वरूप अपना पद छोड़ दिया था।
अध्यक्ष पद के प्रत्याशी मनोज भाटी ने बताया कि आम सभा में बार अध्यक्ष ने आश्वस्त किया कि जल्द ही एल्डर्स कमेटी का गठन कर दिया जाएगा और तय तारीख 23 दिसंबर को ही बार चुनाव संपन्न होगा। इस भरोसे के बाद धरना खत्म कर दिया गया।
चुनाव को लेकर बना भ्रम, अदालतों में पहुंचा मामला
बार अध्यक्ष प्रमेंद्र भाटी ने बताया कि देशभर में राज्य बार काउंसिल चुनावों के चलते बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) ने 15 नवंबर 2025 से 15 फरवरी 2026 के बीच जिला बार चुनाव न कराने का निर्देश जारी किया था। इसी वजह से कुछ अधिवक्ताओं में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई।
इसी आदेश के खिलाफ कुछ सदस्यों ने दिल्ली उच्च न्यायालय में रिट दाखिल की, लेकिन क्षेत्राधिकार न होने के कारण वह नोट प्रेसी हुई। बाद में मामला इलाहाबाद उच्च न्यायालय में गया, जहाँ 6 दिसंबर को सुनवाई की तारीख तय की गई है।
उधर मथुरा के कुछ अधिवक्ताओं ने सर्वोच्च न्यायालय में भी याचिका दायर की हुई है, जिसकी सुनवाई 5 दिसंबर 2025 को प्रस्तावित है।
“समय पर चुनाव करना बार की परंपरा” – अध्यक्ष
बार अध्यक्ष का कहना है कि कानूनी प्रक्रिया के चलते उत्पन्न असमंजस के बावजूद बार एसोसिएशन की नीयत साफ है। उन्होंने कहा कि प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी समय पर चुनाव कराने के लिए बार प्रतिबद्ध है। अध्यक्ष के आश्वासन से अधिवक्ताओं में भरोसा लौट आया और आंदोलन समाप्त होने से बार परिसर में कार्य सामान्य रूप से शुरू हो गया।
