द न्यूज गली, नई दिल्ली : राष्ट्रीय महत्व के संस्थान फुटवियर डिजाइन एंड डेवलपमेंट इंस्टिट्यूट (एफडीडीआई) ने सोमवार को अपने आठ परिसरों—नोएडा, चेन्नई, कोलकाता, रोहतक, गुना, अंकलेश्वर, चंडीगढ़ और पटना—के सत्र 2024 व 2025 के स्नातकों का संयुक्त दीक्षांत समारोह 2025 भव्य रूप से आयोजित किया। यह समारोह नई दिल्ली स्थित डॉ. अंबेडकर अंतर्राष्ट्रीय केंद्र के भीम हॉल में संपन्न हुआ।
मुख्य अतिथि के रूप में पधारीं भारत की माननीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मेधावी छात्रों को स्वर्ण, रजत व कांस्य पदक प्रदान किए और उन्हें उत्साह से परिपूर्ण प्रेरक संदेश दिया। विशिष्ट अतिथि माननीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल तथा माननीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री जितिन प्रसाद भी समारोह में उपस्थित रहे।
राष्ट्रपति ने छात्रों को दी आजीवन सीखते रहने की सीख
अपने संबोधन में राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि एफडीडीआई देश के फुटवियर, लेदर, फैशन और रिटेल क्षेत्र के लिए उच्च कौशलयुक्त मानव संसाधन तैयार कर रहा है, जो रोजगार के नए अवसरों के साथ-साथ भारत के निर्यात और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि आज डिजाइन केवल सौंदर्य का विषय नहीं रहा, बल्कि समस्याओं के समाधान, जीवन की गुणवत्ता बढ़ाने और संसाधनों के बेहतर उपयोग का माध्यम बन चुका है। राष्ट्रपति ने स्नातकों को ईमानदारी, पर्यावरण-संवेदनशीलता और निरंतर सीखने की भावना के साथ आगे बढ़ने का आह्वान किया।
भारत का फुटवियर–लेदर क्षेत्र बड़े बदलाव के दौर में : पीयूष गोयल
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत का फुटवियर और चमड़ा क्षेत्र निर्णायक मोड़ पर है और एफडीडीआई इस बदलाव में एक संस्थागत स्तंभ की तरह योगदान दे रहा है। डिजाइन, तकनीक, स्थिरता और स्केलेबिलिटी पर फोकस के साथ भारत उच्च गुणवत्ता वाले डिजाइन-आधारित उत्पादों का वैश्विक केंद्र बनने की ओर बढ़ रहा है।
राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने स्नातकों को केवल नौकरी तलाशने वाला नहीं, बल्कि उद्यमी और समस्या समाधानकर्ता बनने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि एफडीडीआई के युवा पेशेवर इस क्षेत्र को “लो-कॉस्ट प्रोडक्शन” से “डिजाइन, डेवलपमेंट और लीडरशिप फॉर द वर्ल्ड” तक पहुंचा सकते हैं।
उद्योग जगत, शिक्षाविदों और पूर्व छात्रों की बड़ी मौजूदगी
समारोह में डीपीआईआईटी की संयुक्त सचिव सुश्री निधि केसरवानी, एफडीडीआई के प्रबंध निदेशक विवेक शर्मा, सचिव कर्नल पंकज कुमार सिन्हा, एफडीडीआई नोएडा की कार्यकारी निदेशक मंजू मन सहित विभिन्न परिसरों के कार्यकारी निदेशक उपस्थित रहे। उद्योग जगत के दिग्गज, वरिष्ठ शिक्षाविद और पूर्व छात्र भी कार्यक्रम का हिस्सा बने।
“हमारे स्नातक उद्योग की बदलती जरूरतों के अनुरूप तैयार” – एमडी विवेक शर्मा
एफडीडीआई के प्रबंध निदेशक, आईआरएस अधिकारी विवेक शर्मा ने बताया कि संस्थान तेजी से बदलते फुटवियर, फैशन और रिटेल क्षेत्र की जरूरतों के अनुरूप अपने पाठ्यक्रम और प्रशिक्षण पद्धतियों को लगातार उन्नत कर रहा है। उन्होंने कहा,
“हमारे स्नातक तकनीकी दक्षता, नवाचार और समस्या-समाधान की क्षमता के साथ वैश्विक उद्योग में महत्वपूर्ण योगदान देने को तैयार हैं। आज के समारोह में कुल 547 विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान की गई है।”
“छात्रों की उपलब्धियाँ पूरे एफडीडीआई के समर्पित प्रयासों का परिणाम” – मंजू मन
एफडीडीआई नोएडा की कार्यकारी निदेशक मंजू मन ने कहा कि संस्थान के छात्रों ने हर चरण पर अपनी क्षमता साबित की है। उनकी तकनीकी समझ, उद्योग अनुभव और प्रोफेशनलिज्म एफडीडीआई की मजबूत शिक्षण-व्यवस्था का प्रमाण है।
40 वर्षों में वैश्विक पहचान
1986 में स्थापना के बाद एफडीडीआई ने डिजाइन, प्रौद्योगिकी और प्रबंधन के क्षेत्र में देश के सबसे प्रभावशाली संस्थानों में अपना स्थान बनाया है।
नोएडा और चेन्नई में स्थित दो अंतरराष्ट्रीय परीक्षण केंद्र वैश्विक ब्रांडों द्वारा विश्वसनीय माने जाते हैं।
इंस्टिट्यूट ने इथियोपिया, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका, नेपाल, बांग्लादेश सहित कई देशों में तकनीकी सहयोग देकर अपनी अंतरराष्ट्रीय उपस्थिति मजबूत की है।
इसी के साथ, एफडीडीआई ने उद्योग 4.0 के अनुरूप उत्कृष्टता केंद्रों—जैसे हाई-परफॉर्मेंस फुटवियर, नॉन-लेदर प्रोडक्ट, लेदर गुड्स और फैब्रिक इंटरफेस—का विकास किया है, जहाँ अनुसंधान, इनक्यूबेशन और स्टार्टअप सहायता प्रदान की जाती है।
एफडीडीआई ने सभी अतिथियों का जताया आभार
संस्थान ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने के लिए राष्ट्रपति, केंद्रीय मंत्रियों, अधिकारियों, उद्योग प्रतिनिधियों, अभिभावकों और मीडिया का आभार व्यक्त किया। दीक्षांत समारोह 2025 ने न केवल स्नातकों की उपलब्धियों का उत्सव मनाया, बल्कि भारत के फुटवियर, लेदर, फैशन और रिटेल सेक्टर के भविष्य को दिशा देने में एफडीडीआई की निर्णायक भूमिका को भी रेखांकित किया।
