द न्यूज़ गली, ग्रेटर नोएडा वेस्ट : पंचशील हायनिश सोसाइटी में मंगलवार को एक लिफ्ट में तकनीकी खराबी के कारण 55 वर्षीय महिला करीब डेढ़ घंटे तक फंसी रहीं। इस दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई, वहीं परिजनों ने मेंटेनेंस टीम पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगाए हैं।

डेढ़ घंटे तक बंद रही लिफ्ट, बिगड़ी तबीयत
टावर-8 में रहने वाले श्रवण कुमार झा के अनुसार उनकी मां दोपहर एक बजे के आसपास छत से नीचे लौट रही थीं। इसी दौरान 21वीं मंजिल के पास लिफ्ट अचानक झटका खाकर रुक गई। काफी देर प्रयास करने के बावजूद दरवाजा नहीं खुला तो महिला ने सुरक्षा अलार्म भी दबाया, पर आरोप है कि कोई मदद के लिए नहीं पहुंचा।

श्रवण झा का कहना है कि बंद लिफ्ट में करीब घंटाभर तक रहने से उनकी मां को सांस लेने में दिक्कत होने लगी और दम घुटने जैसी स्थिति बन गई। बाद में जब सीसीटीवी में स्थिति दिखाई दी तो सुरक्षाकर्मी मेंटेनेंस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और महिला को बाहर निकाला गया।

सीसीटीवी फुटेज न देने पर नाराजगी
परिजनों का कहना है कि शिकायत करने पर उनसे यह पूछकर “सबूत” मांगा गया कि महिला वास्तव में लिफ्ट में कितनी देर फंसी थीं। उन्होंने एओए अध्यक्ष और मेंटेनेंस टीम से सीसीटीवी फुटेज की मांग की, लेकिन फुटेज देने से इनकार कर दिया गया।
स्थानीय निवासियों संजय शर्मा और राम ने भी आरोप लगाया कि सोसाइटी में लिफ्टों का मेंटेनेंस लापरवाही से किया जा रहा है, जिसके चलते आए दिन लिफ्टें फंसने की घटनाएं सामने आती रहती हैं। उनके अनुसार समय पर रिनुअल और तकनीकी जांच न होने से लोग परेशान हैं।

एओए ने किया आरोपों का खंडन
एओए अध्यक्ष विनोद नेगी ने सभी आरोपों को निराधार बताया। उनका कहना है कि सोसाइटी में लिफ्टों का नियमित मेंटेनेंस किया जाता है और संबंधित महिला को तुरंत बाहर निकाल लिया गया था। नेगी के अनुसार महिला को सुरक्षा अलार्म के सही उपयोग की जानकारी नहीं थी, जिसके चलते उन्होंने लिफ्ट के कई बटन एक साथ दबा दिए और इससे लिफ्ट का सॉफ्टवेयर हैंग हो गया।