द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा स्थित शारदा केयर हेल्थ सिटी में डॉक्टरों की विशेषज्ञ टीम ने एक बेहद जटिल और जानलेवा बीमारी से जूझ रही 72 वर्षीय महिला की जान बचाकर चिकित्सा क्षेत्र में एक बड़ी सफलता हासिल की है। महिला पिछले करीब 30 वर्षों से कैरोटिड आर्टरी एन्यूरिज्म से पीड़ित थीं। यह वही प्रमुख नस होती है, जो दिमाग तक रक्त पहुंचाती है।
मरीज की हालत अत्यंत गंभीर थी
अस्पताल पहुंचने के समय मरीज की हालत अत्यंत गंभीर थी। एन्यूरिज्म वाली जगह से लगातार पस और खून का रिसाव हो रहा था, जिससे कभी भी नस के फटने और जान जाने का खतरा बना हुआ था। अचानक हुए संक्रमण और तेज ब्लीडिंग ने स्थिति को और भी नाजुक बना दिया था।
मरीज की स्थिति स्थिर हो गई
डॉक्टरों ने तत्काल सीटी एंजियोग्राफी कराई, जिससे संक्रमित कैरोटिड एन्यूरिज्म की पुष्टि हुई। इसके बाद इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी टीम ने बिना समय गंवाए एंडोवैस्कुलर प्रक्रिया शुरू की। सबसे पहले कैरोटिड आर्टरी कॉइलिंग के माध्यम से ब्लीडिंग को नियंत्रित किया गया, फिर इंट्रावास्कुलर प्लग लगाया गया, जिससे खून का बहाव पूरी तरह रुक सका और मरीज की स्थिति स्थिर हो गई।
आधुनिक तकनीकों की मदद से मरीज को सुरक्षित बचा लिया
इस हाई-रिस्क और जटिल वैस्कुलर सर्जरी का नेतृत्व शारदा केयर हेल्थ सिटी में कार्डिएक साइंसेज विभाग के प्रमुख डॉ. अखिल कुमार रुस्तगी ने किया। उनके साथ डॉ. रोहित पुंगा और वैस्कुलर तथा फेशियो-मैक्सिलरी सर्जरी की टीम ने मिलकर बेहतरीन समन्वय के साथ इस चुनौतीपूर्ण प्रक्रिया को सफल बनाया। डॉ. रुस्तगी ने बताया कि मरीज की उम्र और एन्यूरिज्म की संवेदनशील स्थिति को देखते हुए सर्जरी बेहद जोखिम भरी थी। इसके बाद भी विशेषज्ञ टीम की सतर्कता और आधुनिक तकनीकों की मदद से मरीज को सुरक्षित बचा लिया गया। सर्जरी के बाद करीब एक सप्ताह तक महिला को निगरानी में रखा गया। अब उनकी हालत पूरी तरह स्थिर है और उन्हें स्वस्थ अवस्था में अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
