द न्‍यूज गली, ग्रेटर नोएडा: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के द्वितीय चरण के विस्तारीकरण के लिए अधिग्रहित भूमि पर अवैध निर्माण का मामला लगातार गंभीर होता जा रहा है। प्रशासन की सख्ती और बार-बार चेतावनी के बावजूद गांव नगला हुकम सिंह में अवैध निर्माण जारी रहने पर पुलिस ने 28 ग्रामीणों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। यह कार्रवाई हल्का लेखपाल की शिकायत पर की गई है।

1182 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा
लेखपाल प्रत्यूष राही पाठक ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि एयरपोर्ट परियोजना के द्वितीय चरण के लिए दयांतपुर, रन्हेरा, कुरेम, करौली बांगर, वीरमपुर और मूढ़रह गांवों की लगभग 1182 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है। इसके लिए वर्ष 2022 में अधिसूचना जारी हो चुकी है, जिसमें स्पष्ट निर्देश हैं कि अधिसूचित भूमि पर न तो खरीद-बिक्री की जा सकती है और न ही बिना जिलाधिकारी की अनुमति कोई नया निर्माण किया जा सकता है।

नागरिक उड्डयन विभाग के नाम दर्ज भूमि
इसके बावजूद नगला हुकम सिंह गांव में कुछ लोग अधिग्रहण और पुनर्वास नीति का अनुचित लाभ लेने की नीयत से नागरिक उड्डयन विभाग के नाम दर्ज भूमि पर नए निर्माण कर रहे हैं। संबंधित किसानों को मुआवजा भी दिया जा चुका है, फिर भी अवैध निर्माण कर सरकार को वित्तीय नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है।

राजकीय संपत्ति को भी भारी क्षति
लेखपाल के अनुसार, कई बार नोटिस जारी कर निर्माण रोकने के निर्देश दिए गए, लेकिन ग्रामीणों ने उन्हें नजरअंदाज कर दिया। इससे न केवल शासन-प्रशासन की छवि प्रभावित हो रही है, बल्कि राजकीय संपत्ति को भी भारी क्षति पहुंच रही है। पुलिस ने नगला हुकम सिंह व माजरा ग्राम करौली निवासी बृजेश, नरेंद्र, हरेंद्र, धीरेन्द्र, नरेश, अंकित, सचिन, पुष्पेंद्र, अमर, अवधेश, वीरबहादुर, अंकुर, दीपक, सुंदर, विनोद, मोनू, मनीष, रसफूल, हरवीर, ध्रुव, सुधीर, परवीन, समयवीर सहित कुल 28 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

चार मंजिला इमारत गिरने से गई थीं चार जानें
गौरतलब है कि इसी गांव में 19 नवंबर को एयरपोर्ट की अधिग्रहित भूमि पर निर्माणाधीन एक अवैध चार मंजिला मकान ढह गया था। शटरिंग खोलते समय हुए इस हादसे में 12 कामगार मलबे में दब गए थे। रेस्क्यू अभियान के दौरान छह कामगारों को बाहर निकाला गया, लेकिन जेवर निवासी जीशान, कामिल, शाकिर और नदीम की मौत हो गई थी।