– एनजीटी ने दिया है इंटर लाकिंग टाइल्स व आरसीसी न बिछाने का आदेश
– आदेश का खुलेआम हो रहा है उल्लंघन
– तीन दिन पूर्व ही एनजीटी में पेश हुए थे नोएडा-ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ
द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा : एनजीटी के आदेशों का ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण कितना पालन करता है इसकी बानगी सेक्टर अल्फा दो गेट नंबर आठ के पास बिछाई जा रही आरसीसी की मोटी परत से देखी जा सकती है। आरसीसी बिछाने के बाद उपर से इंटर लाकिंग टाइल्स भी लगा दी जा रही है। इससे बारिश का सारा पानी जमीन में जाने की बजाए बगल से गुजर रहे नाले में बह जाएगा। आरसीसी व इंटर लाकिंग बिछाने का काम लगभग 700 मीटर से अधिक दूरी तक किया जा रहा है।
अति आवश्यक जगह पर ही इंटर लाकिंग लगाने का है आदेश
शहर में प्राधिकरण ने जगह-जगह सड़क के किनारे इंटर लाकिंग टाइल्स बिछा दी है। इस कारण बारिश का जल जमीन के नीचे नहीं जा पाता है। पर्यावरण प्रेमियों ने मामले की शिकायत एनजीटी में की थी। 2022 में प्राधिकरण ने आदेश दिया था कि अति आवश्यक जगह पर ही इंटर लाकिंग टाइल्स बिछाई जाए।
पहले बिछी थी इंटर लाकिंग टाइल्स
गेटर नंबर आठ के सामने सड़क के बगल में पहले से इंटर लाकिंग बिछी थी। उसे हटा कर आरसीसी की परत बिछाई जा रही है। उसके उपर इंटर लाकिंग टाइल्स लगाई जा रही है। एनजीटी के आदेश के बावजूद कई स्थान पर पेड़ की जड़ तक आरसीसी बिछा दी गई है। लोगों के द्वारा मामले का विरोध किया जा रहा है। लोगों का कहना है कि प्राधिकरण के द्वारा आवश्यक कार्यों को कराने की बजाए पैसों की बर्बादी की जा रही है।
तीन दिन पूर्व एनजीटी में पेश हुए थे सीईओ
पूर्व में दिए गए आदेशों के बाद भी नोएडा व ग्रेटर नोएडा में विभिन्न स्थानों पर इंटर लाकिंग टाइल्स बिछाई जा रही थी। मामले का संज्ञान लेते हुए एनजीटी ने नोएडा व ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ को कोर्ट में तलब किया था। बावजूद कार्य बदस्तूर जारी है।