-ग्लोबल यूनिवर्सिटी बोस्टन द्वारा मिला डॉक्टरेट इन सोशल वर्क का खिताहब
-सोशल मिडीया पर दिन पर दिन बढ़ रहे फॉलोअर्स

द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा: भारत के चर्चित सोशल और आरटीआई एक्टिविस्ट, रिबेल श्रद्धानन्द पति, को अमेरिका के ग्लोबल यूनिवर्सिटी, बोस्टन द्वारा डॉक्टरेट इन सोशल वर्क की उपाधि से नवाजा गया है। ग्रेटर नोएडा के निवासी, रिबेल श्रद्धानन्द पति ने समाज सेवा में अपने अद्वितीय योगदान के लिए यह प्रतिष्ठित उपाधि प्राप्त की है। इससे पहले, उन्हें भारत में 30 से अधिक पुरस्कार मिल चुके है, जो उनकी मेहनत और समाज के प्रति समर्पण को दर्शाते है।

उपलब्धियां और कार्य
हाल ही में, रिबेल श्रद्धानन्द पति ने लद्दाख में प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक के अनशन को समाप्त कराया, जिन्होंने सामाजिक मुद्दों के लिए संघर्ष किया। सिर्फ इतना ही नहीं, उन्होंने एसएससी जीडी के एक लाख से अधिक जवानों की लड़ाई भी लड़ी और महत्वपूर्ण जीत हासिल की। रिबेल वर्तमान में पैरामिलिट्री के पेंशन के लिए निरंतर प्रयास कर रहे है और उनकी दिल्ली हाई कोर्ट में पिटीशन इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। आईपीएस संजीव भट्ट के मामले में भी रिबेल श्रद्धानन्द पति ने मजबूती से अपनी आवाज उठाई है।

देश-विदेश से सम्मान और मान्यता प्राप्त
रिबेल श्रद्धानन्द पति की टीम ने अब तक 30 से अधिक पिटीशन्स दायर की है और 9 सबसे अधिक आरटीआई (सूचना का अधिकार) लगाई है। जिस वजह से उन्हें देश-विदेश से सम्मान और मान्यता प्राप्त हुई है। इसके अतिरिक्त, उन्होंने पतंजलि के बाबा रामदेव पर 6 करोड़ 92 लाख की पेनल्टी भी लगाई थी, जो नियमों का उल्लंघन कर रहे थे।

देश-विदेश में बढ़ रही फॉलोअर्स की संख्या
रिबेल श्रद्धानन्द पति की वीडियो सामग्री को करोड़ों लोगों ने देखा है, जो सामाजिक मुद्दों पर जागरूकता फैलाने में मददगार साबित हुई है। उनके फॉलोअर्स की संख्या पूरे देश-विदेश में बढ़ती जा रही है। ये वीडियो अक्सर सामाजिक मुद्दों पर जागरूकता फैलाने का काम करती है जिससे लोगों को विभिन्न समस्याओं के प्रति सजग किया जा सके।

सामाजिक मुद्दों पर भी दिखाई सक्रियता
रिबेल श्रद्धानन्द पति का जीवन और कार्य समाज सेवा के प्रति उनकी गहरी प्रतिबद्धता का प्रमाण है। उन्होंने कई सामाजिक मुद्दों पर सक्रियता दिखाई है, जिसमें ड्रग्स के खिलाफ, एसिड विक्टिम पीड़िताओं के लिए और दहेज पीड़िताओं के लिए निरंतर अपनी आवाज उठाई है।

राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किए सकारात्मक परिवर्तन
उनकी उपलब्धियों ने न केवल उन्हें राष्ट्रीय बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान दिलाई है। रिबेल का समर्पण उन सभी लोगों के लिए प्रेरणा है जो समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने की चाह रखते हैं। उन्हें डॉक्टरेट की उपाधि मिलने पर उन्हें बधाई मिल रही है, जो उनके उत्कृष्ट कार्यों का एक और प्रमाण है।