-अधिवक्ताओं ने बाबू पर लगाया बड़ा आरोप, धरने पर बैठे
-नाराज वकीलों ने मामले में की कार्रवाई की मांग
द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा: कुछ दिनों पूर्व हापुड़ का एक मामला सामने आया था, जिसमें पीडि़त ने आरोप लगाया था कि मुकदमा दर्ज करने के लिए मिठाई की मांग की जा रही है। कुछ इसी प्रकार का मामला डीएम कार्यालय में सामने आया है। अधिवक्ताओं ने आरोप लगाया है कि एसडीएम सदर के कार्यालय में तैनात एक कर्मचारी ने अधिकारी के नाम पर किसान से दस किलो घी मांगा। साथ ही पैसों की भी मांग की गई। विरोध में डिस्ट्रिक बार एसोसिएशन ने कलमबंद हड़ताल कर डीएम कार्यालय के सामने धरना शुरू कर दिया है। अधिवक्ताओं ने मामले की शिकायत शासनस्तर में भी की है। मामला जिले के साथ ही शासन में भी चर्चा का विषय बन गया है।
जमीन की पैमाईश के नाम पर हुई मांग
बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष अनिल भाटी का कहना है प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आदेश दिया है कि किसानों के मामले को पोर्टल पर दर्ज करने के साथ तीन माह में उसका निस्तारण भी किया जाए। आरोप लगाया कि एसडीएम सदर के कार्यालय में वाद दर्ज नहीं किया जा रहा है। किसान ने जब जमीन की पैमाईश कराने की मांग की तो कार्यालय में तैनात एक कर्मचारी ने उससे दस किलो घी व दो लाख रुपये की मांग की। साथ ही अधिवक्ताओं ने आरोप लगाया कि कार्यालय में तैनात कर्मचारियों के द्वारा वारीसान प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर भी पैसों की मांग की जाती है। मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर डीएम कार्यालय के सामने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए हैं। एसडीएम सदर चारुल यादव का कहना है कि सभी वाद दर्ज किए जाते हैं, लगाए जाने वाले आरोप गलत हैं। डीएम मनीष कुमार वर्मा का कहना है कि अधिवक्ताओं के द्वारा जो आरोप लगाए जा रहे हैं उसकी जांच करा तर्कसंगत कार्रवाई की जाएगी।