-स्‍कूल के खिलाफ 37 अध्‍यापकों ने खोला मोर्चा, डीएम से की शिकायत
-स्‍कूल प्रबंधन पर अध्‍यापकों से गलत व्‍यवहार करने का भी आरोप

द न्‍यूज गली, नोएडा: शिक्षा के मंदिर को व्‍यवसाय बनाने की गई कहानियां आपने सुनी होंगी, लेकिन नोएडा के उत्‍तराखंड पब्लिक स्‍कूल की यह कहानी आप को दांतों तले अंगुली दबाने को विवश कर देगी। स्‍कूल के 39 स्‍टाफ ने प्रबंधन पर बड़ा आरोप लगाया है। आरोप है कि स्‍कूल प्रबंधन के द्वारा टीचरों को सैलरी देने के बाद आठ से दस हजार रुपये वापस ले लिए जाते हैं। प्रबंधन के द्वारा टीचरों से यह पैसा नकद लिया जाता है। ऐसा कर स्‍कूल प्रबंधन के द्वारा हर माह लाखों रुपये के टैक्‍स की चोरी की जा रही है। डीएम को दी गई शिकायत में स्‍कूल के 37 कर्मचारियों ने साइन किया है। जिसमें 31 अध्‍यापक हैं। शिकायत के बाद मामले की जांच शुरू हो गई है।

टीचरों का आरोप कराते हैं कबाड़ी का काम
स्‍कूल के टीचरों ने डीएम को दी गई शिकायत में कहा है कि स्‍कूल प्रबंधन ने कोरोना काल में प्राधिकरण को देने के नाम पर टीचरों से लाखों रुपये लिए गए। कहा गया था बाद में यह पैसा वापस मिल जाएगा, लेकिन नहीं दिया जा रहा है। आरोप लगाया है कि स्‍कूल के सभी कर्मचारियों के खिलाफ प्रबंधन का व्‍यवहार बहुत ही खराब रहता है। गर्मी के अवकाश में लाइन लोकेशन मांगी जाती है। टीचरों से उनके द्वारा भरे जाने वाले आइटीआर की कॉपी मांगी जाती है, न देने पर सैलरी नहीं देने की धमकी दी जाती है। जो लोग नौकरी छोड़कर जाते हैं उन्‍हें एक्‍सपीरियंस सर्टिफिकेट नहीं दिया जाता है। साथ ही आरोप लगाया है कि टीचरों से स्‍कूल में कबाडि़यों वाले काम भी कराए जाते हैं।