-घटना के बाद फायर विभाग आया अलर्ट मोड़ में
-सभी फैक्ट्रियों में फायर एनओसी की होगी जांच


द न्‍यूज गली, ग्रेटर नोएडा: साइट चार में स्थित सोफा फैक्‍ट्री कोरोना संक्रमण काल के बाद से बंद पड़ी थी। फैक्‍ट्री के बाहर के हिस्‍से को कुछ माह पहले ही तीन लोगों ने लिया था। उसी में तीनों लोगों के द्वारा काम शुरू किया गया था। तीनों लोग गार्ड रूम में ही रहते थे। संभावना जताई जा रही है कि तीनों लोगों ने रात में बीड़ी पी थी या ठंड से बचने के लिए आग जलाई थी। जिसकी चिंगारी ने पूरी फैक्‍ट्री को अपनी गिरफ्त में ले लिया। फैक्‍ट्री बंद होने के कारण फायर एनओसी भी नहीं थी।


डीएम के आदेश का नहीं हुआ पालन
चार दिन पूर्व डीएम मनीष कुमार वर्मा ने बैठक की थी। बैठक में विभिन्‍न विभागों के साथ ही फायर विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे। डीएम ने निर्देश दिया था कि स्‍कूल, कालेज, फैक्‍ट्री व अन्‍य स्‍थानों पर फायर एनओसी की जांच की जाए। साथ ही सुरक्षा मानकों को भी परखा जाए। निर्देश दिया था कि बिना एनओसी व अन्‍य सुरक्षा मानकों का पालन किए संचालन न होने दिया जाए। फायर विभाग के अधिकारियों ने डीएम के आदेश का भी पालन नहीं किया।


फायर एनओसी की शुरू हुई जांच
जिले में लंबे समय बाद कोई घटना हुई है जिसमें आग में जलने से तीन लोगों की मौत हो गई। घटना के बाद से फायर विभाग भी अलर्ट मोड़ में आ गया है। फायर एनओसी की सघन जांच का आदेश दिया गया है। विभाग की टीम के द्वारा अभियान चलाकर एक-एक फैक्‍ट्री में फायर एनओसी की जांच की जाएगी। बिना एनओसी के संचालित फैक्ट्रियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।