द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा : जो व्यक्ति बीते 12 वर्षों से सड़कों पर जान बचाने की लड़ाई लड़ रहा है, उसे इस बार सम्मान मिला आसमान में। ‘हेलमेट मैन ऑफ इंडिया’ के नाम से पहचाने जाने वाले राघवेंद्र कुमार को एयर इंडिया ने 35 हजार फीट की ऊंचाई पर विशेष सम्मान देकर यह साबित कर दिया कि सच्चे कर्मों की गूंज जमीन तक सीमित नहीं रहती।
एयर इंडिया के कर्मचारियों ने बिजनेस क्लास में आमंत्रित किया
20 दिसंबर को हैदराबाद से दिल्ली की यात्रा के दौरान राघवेंद्र कुमार अपनी निर्धारित इकोनॉमी क्लास सीट पर हेलमेट पहने बैठे थे। जैसे ही विमान में लोगों की नजर उन पर पड़ी, उत्सुकता और आश्चर्य साफ झलकने लगा। तभी एयर इंडिया के कर्मचारियों ने उन्हें बिजनेस क्लास में आमंत्रित किया। यह केवल सीट का बदलाव नहीं था, बल्कि सड़क सुरक्षा के लिए किए गए उनके असाधारण योगदान को दिया गया सम्मान था।
व्यक्तिगत क्षति को समाज के लिए चेतावनी में बदल दिया
एक सड़क हादसे में अपने करीबी मित्र को खोने के बाद राघवेंद्र कुमार ने खुद को पीड़ित मानकर पीछे हटने का रास्ता नहीं चुना। उन्होंने इस व्यक्तिगत क्षति को समाज के लिए चेतावनी में बदल दिया। बीते 12 वर्षों में वे लगातार सड़क दुर्घटनाओं के खिलाफ जागरूकता फैलाते रहे और अब तक 75 हजार से अधिक हेलमेट लोगों को नि:शुल्क वितरित कर चुके हैं। उनका मानना है कि सड़क दुर्घटनाएं एक अदृश्य युद्ध हैं और हर राहगीर उनका मित्र है। विमान के भीतर एयर इंडिया के पूरे क्रू ने उनके कार्यों को एक उत्सव की तरह मनाया। जमीन पर रहकर लोगों की जान बचाने वाले इस योद्धा को पहली बार आसमान में सम्मानित किया गया। राघवेंद्र कुमार के अनुसार, उस पल आंखें नम थीं, दिल गर्व से भरा था और मन बार-बार यही सवाल कर रहा था कि क्या यह सच है।
ऊंचाई पर मिला एक स्नेहभरा नोट
उन्होंने बताया कि उस क्षण उन्हें उद्योग जगत के दिग्गज रतन टाटा की याद आई। उनके शब्दों में, “रतन टाटा सिर्फ एक नाम नहीं थे, वे भारत की जनता के लिए एक अनमोल रत्न थे। आज वे हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनका संवेदनशील और मानवीय दृष्टिकोण टाटा समूह के हर कर्मचारी में जीवित है।” 35 हजार फीट की ऊंचाई पर मिला एक स्नेहभरा नोट इस भावना का सजीव प्रमाण था।
