द न्यूज गली, नोएडा : शेयर मार्केट में निवेश कर मोटा मुनाफा दिलाने का झांसा देकर देशभर में करोड़ों की साइबर ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह से जुड़े एक और अभियुक्त को थाना साइबर क्राइम नोएडा पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अभियुक्त की पहचान सुधाकर गर्ग (40) निवासी रोहतक, हरियाणा के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार यह गिरोह अब तक करीब 35 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी कर चुका है, जबकि अकेले वादी से 12 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की गई थी।

12 करोड़ की ठगी, रोहतक से गिरफ्तारी
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वादी की तहरीर पर 3 दिसंबर को थाना साइबर क्राइम नोएडा में मुकदमा दर्ज किया गया था। विवेचना के दौरान संकलित साक्ष्यों के आधार पर 17 दिसंबर को कार्रवाई करते हुए अभियुक्त सुधाकर गर्ग को रोहतक (हरियाणा) से गिरफ्तार किया गया। ठगी में प्रयुक्त संदिग्ध बैंक खातों को तत्काल फ्रीज कराया गया।

पुलिस के अनुसार इससे पहले इस मामले में चार अभियुक्तों को जेल भेजा जा चुका है। वहीं, दो सह-अभियुक्तों को मुंबई पुलिस और दो को हैदराबाद पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है।

इंस्टाग्राम से संपर्क, USDT में लेन-देन
पूछताछ में अभियुक्त ने बताया कि उसकी पहचान इंस्टाग्राम के जरिए राशिद खान उर्फ लकी नामक व्यक्ति से हुई थी। इसके बाद उसके कहने पर जीएसटी फर्म और करंट बैंक खाते खुलवाए गए। इन खातों में साइबर फ्रॉड से प्राप्त रकम ट्रांसफर कराई जाती थी।
पुलिस के मुताबिक ठगी की रकम के बदले अभियुक्तों को 7 से 10 प्रतिशत नकद कमीशन दिया जाता था, जबकि खाताधारकों को 1 से 3 प्रतिशत तक USDT (क्रिप्टो करेंसी) दी जाती थी। बाद में इस USDT को बायनेंस समेत अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म पर बेचकर राशि यूपीआई के माध्यम से अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कर ली जाती थी।

पांच बैंक खाते, 37 शिकायतें दर्ज
जांच में सामने आया है कि अभियुक्त बीते एक वर्ष से साइबर अपराधों में सक्रिय था और उसके कुल पांच बैंक खातों का इस्तेमाल किया गया। NCRP पोर्टल पर इन खातों के खिलाफ देश के विभिन्न राज्यों से 37 शिकायतें दर्ज हैं। इनमें आंध्र प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, कर्नाटक, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल शामिल हैं।

आपराधिक इतिहास भी सामने आया
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार अभियुक्त सुधाकर गर्ग के खिलाफ पहले भी हरियाणा, दिल्ली और बेंगलुरु में धोखाधड़ी, आबकारी अधिनियम और साइबर ठगी से जुड़े मुकदमे दर्ज हैं।

अन्य आरोपियों की तलाश जारी
पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर की साइबर क्राइम टीम का कहना है कि गिरोह से जुड़े अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दी जा रही है और जल्द ही और बड़े खुलासे होने की संभावना है।