-फर्जीवाड़े में कॉलेज के डायरेक्‍टर मानस कुमार मिश्रा की हो चुकी है गिरफ्तारी
-कॉलेज ने आरके मिश्रा को बनाया नया डायरेक्‍टर

द न्‍यूज गली, ग्रेटर नोएडा: कॉलेजों व यूनिवर्सिटी में नैक फर्जीवाड़े की जांच कर रही सीबीआई ने जीएल बजाज कॉलेज के डायरेक्‍टर मानस कुमार मिश्रा के साथ ही 10 लोगों को गिरफ्तार किया था। मामले में डायरेक्‍टर की गिरफ्तारी के बाद जीएल बजाज कॉलेज ने बड़ा कदम उठाते हुए मानस कुमार मिश्रा को डायरेक्‍टर पद से हटा दिया है। उनकी जगह आरके मिश्रा को नया डायरेक्‍टर बनाया है। प्रेसवार्ता में कॉलेज के वाइस चेयरमैन पंकज अग्रवाल ने कहा कि नैक फर्जीवाड़े मामले में चल रही जांच में सीबीआई को मानस कुमार मिश्रा की भूमिका मिली थी, उन्‍हें गिरफ्तार किया गया। कॉलेज प्रबंधन का उस मामले से कोई लेना-देना नहीं है। मानस कुमार मिश्रा की भूमिका को देखते हुए ही उन्‍हें डायरेक्‍टर पद से हटा दिया गया है।

यह था मामला
नैक की अच्‍छी रेटिंग लेने के लिए पैसों का खेल चल रहा था। आंध्र प्रदेश में गुन्‍टूर के कोनेरू लक्ष्‍मैया एजुकेशन फाउंडेशन के पदाधिकारियों व एनएमसी टीम के सदस्‍यों सहित 10 को सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। सीबीआई के अनुसार यह शिक्षण संस्‍थान रिश्‍वत देकर ए प्‍लस प्‍लस रेटिंग हासिल करने की कोशिश कर रहा था। गिरफ्तार आरोपितों में कोनेरू लक्ष्‍मैया एजुकेशन फाउंडेशन के कुलपति जीपी सारधी, उपाध्‍यक्ष कोनेरू राजा हसीन, केएल यूनिवर्सिटी हैदराबाद के ए राम कृष्‍ट, एनएमसी टीम के अध्‍यक्ष समरेंद्र नाथ साहा, जेएनयू दिल्‍ली के प्रोफेसर व एनएमसी के समन्‍वयक राजीव सिजारिया, जीएल बजाज कॉलेज ग्रेटर नोएडा के डायरेक्‍टर मानस कुमार मिश्रा, दावणगेरे यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर गायत्री देवराजा सहित अन्‍य लोग शामिल थे। टीम ने विभिन्‍न स्‍थानों से दस्‍तावेज जुटाए हैं। जिसके आधार पर आगे की जांच चल रही है।