-शिविर लगाकर पहले दिन कराई गई 100 रजिस्ट्री
-प्राधिकरण का दावा जल्द होगी शेष बचे 750 फ्लैटों की रजिस्ट्री
द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा: फ्लैटों की रजिस्ट्री को लेकर प्रदेश सरकार के द्वारा दिए गए आदेशों का असर दिखने लगा है। विभिन्न विवाद के कारण जिन फ्लैटों की रजिस्ट्री पिछले कई सालों से नहीं हो रही थी, वहां पर रजिस्ट्री की प्रक्रिया शुरू हो गई है। आरजी लग्जरी होम्स प्रोजेक्ट का आवंटन 2010 में हुआ था। विवाद के कारण फ्लैट निर्माण के लगभग 10 वर्ष बाद भी रजिस्ट्री नहीं हो रही थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐसे फ्लैटों की रजिस्ट्री कराने का आदेश दिया था। आरजी लग्जरी होम्स में बृहस्पतिवार को शिविर लगाकर रजिस्ट्री की प्रक्रिया शुरू कराई गई। पहले दिन 100 रजिस्ट्री हुई। दिल्ली के चांदनी चौक से सांसद प्रवीण खंडेलवाल, दादरी विधायक तेजपाल नागर, ग्रेनो प्राधिकरण की एसीईओ प्रेरणा सिंह, एआईजी स्टांप बृजेश कुमार ने फ्लैट खरीदारों को रजिस्ट्री की कॉपी सौंपी। इस प्रोजेक्ट में लगभग 1900 फ्लैट हैं।
प्रयास लाया रंग
सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि ने कहा कि कई बिल्डर प्रोजेक्ट फंसे हुए थे। खरीदारों ने लोन लेकर फ्लैट खरीदा था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयास से खरीदारों को उनके सपने का घर मिलना संभव हुआ है। दादरी विधायक तेजपाल नागर ने कहा कि फ्लैट खरीदारों को मालिकाना हक दिलाना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के पहल पर बिल्डर-बायर्स मुद्दा हल करने के लिए पहली बार कमेटी बनाई गई। उन्होंने ग्रेटर नोएडा के प्रोजेक्टों में खरीदारों के नाम फ्लैटों की रजिस्ट्री कराने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार, एसीईओ सौम्य श्रीवास्तव, एसीईओ प्रेरणा सिंह, प्रबंधक स्नेहलता और बिल्डर विभाग के प्रयासों की सराहना की।

