द न्यूज़ गली, नोएडा : साइबर ठगों ने नोएडा में बड़ी ठगी की घटना को अंजाम दिया है। आर्किटेक्ट को जाल में फंसा कर करीब 12 करोड़ की साइबर ठगी की गई है। यह अब तक की नोएडा की सबसे बड़ी व्यक्तिगत साइबर ठगी मानी जा रही है। शिकायत मिलने के बाद साइबर क्राइम थाना पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
कैसे बुना गया जाल
पीड़ित आर्किटेक्ट ने पुलिस को बताया कि 17 अक्तूबर को उनके मोबाइल पर कियारा शर्मा नाम की महिला का मैसेज आया। खुद को इन्वेस्टमेंट कंसल्टेंट बताने वाली महिला ने शेयर बाज़ार में निवेश कर तेज़ मुनाफा कमाने का दावा किया। बातचीत बढ़ी तो उसने पीड़ित को एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ दिया और एक लिंक भेजा, जिस पर क्लिक करते ही एक ऐप डाउनलोड हो गया।
लगभग एक महीने बाद पीड़ित को एक नए व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ दिया गया। यहां कई लोग अपने निवेश और मुनाफे के स्क्रीनशॉट साझा कर रहे थे। इन्हें देखकर पीड़ित को पूरा भरोसा हो गया कि सब असली निवेशक हैं और भारी लाभ कमा रहे हैं।
पहले भरोसा दिलाया, फिर करोड़ों की ठगी
सुझाव के अनुसार आर्किटेक्ट ने भी निवेश शुरू कर दिया। शुरुआत में ठगों ने उनकी निवेश राशि दोगुनी कर वापस भेज दी, जिससे भरोसा और बढ़ गया। इसके बाद उन्होंने कई किस्तों में कुल 11.99 करोड़ रुपये ठगों के बताए खातों में जमा कर दिए।
जब उन्होंने पैसे निकालने की बात कही, तो जालसाज़ों ने टैक्स व अन्य शुल्क के नाम पर 17 करोड़ रुपये की और मांग कर डाली। रकम देने से इनकार करने पर पीड़ित को ग्रुप से बाहर कर दिया गया। तब जाकर उन्हें पूरा खेल समझ आया।
पुलिस जांच में जुटी
एडीसीपी साइबर शैव्या गोयल ने बताया कि मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। जिन बैंक खातों में रकम भेजी गई है, उनकी जांच की जा रही है। साइबर टीम ठगों की लोकेशन व नेटवर्क का पता लगाने में जुटी है।
