द न्‍यूज गली, ग्रेटर नोएडा: जनपद दीवानी एवं फौजदारी बार एसोसिएशन गौतमबुद्धनगर के द्वारा बार सभागार में भव्य अभिनंदन समारोह का अयोजन किया गया। उच्च न्यायालय इलहाबाद के न्यायमूर्ति एवं जिले के प्रशासनिक जज अजीत कुमार बतौर मुख्य अतिथि और जिला जज मलखान सिंह विशिष्ट अतिथि के तौर पर मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बार एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रमेंद्र भाटी ने उन्हें अधिवक्ताओं के लिए चैंबर समेत अन्य समस्याओं से अवगत कराया। प्रशासनिक जज ने चैंबर निर्माण में हाईकोर्ट स्तर से हर संभव सहयोग का आश्वसन दिया। कार्यक्रम का संचालन बार के सचिव अजीत नागर के द्वारा किया गया। प्रमेंद भाटी ने बताया कि हाल ही में जिले के प्रशासनिक जज नियुक्त हुए माननीय न्यायमूर्ति अजीत कुमार ने जिला न्यायालय का दौरा किया। इस अवसर पर बार एसोसिएशन की ओर से उन्हें बार सभागार में आमंत्रित किया गया। जहां बार के सभी वरिष्ठ, युवाओं व महिला अधिवक्ताओं के द्वारा उनका भव्य अभिनंदन किया गया। इस अवसर पर बार एसोसिएशन की ओर से अधिवक्ताओं की 15 सू़त्रीय मांगों का एक ज्ञापन भी न्यायमूर्ति को सौंपा गया। इसमें सबसे प्रमुखता के साथ विनिमय के आधार पर चैंबरों हेतू भूमि प्रदान करने की मांग रखी गई। इसके अलावा कमर्शियल कोर्ट, लारा कोर्ट, सीबीआई कोर्ट व करपशन कोर्ट को भी जिला न्यायालय परिसर में लाने का अनुरोध किया गया। उपभोक्ता फोरम के लिए जिला न्यायालय परिसर से रास्ता खोले जाने व महिलाओं के लिए क्रेच की अनुमति प्रदान करने के लिए भी कहा गया।

बार का सम्मान सर्वोपरी
न्यायमूर्ति एवं जिले के प्रशासनिक अधिकारी अजीत कुमार ने कहा कि मैं भी अधिवक्ता रहा हूं और बार की गरिमा को बखूभी समझता हूं। इसलिए मेरे लिए बार का सम्मान सर्वोपरी है। क्योंकि मैंने भी बार के अपने वरिष्ठजनों से ही न्याय में ईमानदारी का पाठ पढा है। एक अधिवक्ता को कोई भी कृत्य करने से पूर्व अपने कोट और बैंड के सम्मान के विषय में अवश्य सोचना चाहिए। क्योंकि बार और बैंच का सम्मान हमारी वेशभूषा कोट और बैंड से जुडी है। इसके अलावा उन्होंने उपभोक्ता फोर्म को जिला न्यायालय परिसर से जोडने के लएि तत्काल प्रभाव से रास्ता खोलने के आदेश दिए और महिला बार रूम और क्रेच के कार्य को भी आगे बढाने का भरोसा दिया। इस अवसर पर बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष राजेंद्र नागर, राजीव तौंगड, प्रमोद वर्मा, रामशरण नागर, वरिष्ठ अधिवक्ता प्रेमराज पथिक, ब्रहम सिंह नागर, जगदीश भाटी, राकेश वर्मा, राकेश गौतम, प्रदीप भारती, बलबीर सुमन, जगत पाल भाटी, पूर्व सचिव रेशराम चैधरी, अजीत भाटी, रविदत्त कौशिक, सुंदर भाटी, मुकेश कर्दम, प्रमोद शर्मा, श्याम सिंह भाटी, कपिल शर्मा, सतीश भाटी, नीरज भाटी, केके भाटी, सुशील शर्मा, विशाल नागर, परमानंद कौशिक, अमित भाटी, कृष्ण भाटी, प्रिंस भाटी, सचिन भाटी, हरीश बैसोया, मोहित भाटी, अरूण नागर, नीरज सुनपुरा, हेमंत राघव सहित अन्‍य अधिवक्‍ता मौजूद थे।