द न्‍यूज गली, नोएडा : थाना सेक्टर-63 पुलिस ने सोशल मीडिया पर फर्जी विज्ञापन देकर बेरोजगार युवाओं को नौकरी का झांसा देकर ठगने वाले एक शातिर अभियुक्त को गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया आरोपी वसीम अहमद उर्फ रविन्द्र शर्मा खुद को पत्रकार बताकर लोगों को डराया करता था और Samsung, Oppo, LG जैसी नामी कंपनियों में नौकरी दिलाने के नाम पर युवाओं से पैसे वसूलता था।

धोखाधड़ी का खुलासा एक शिकायत से हुआ
दिनांक 26 मई 2025 को एक युवक योगेन्द्र ने थाना सेक्टर-63 में शिकायत दी थी कि एक व्यक्ति जिसने खुद को रविन्द्र शर्मा बताया, उसने सेक्टर-81 नोएडा में अपना ऑफिस खोल रखा है और नौकरी दिलाने के नाम पर उससे पैसे ठग लिए हैं।

गोपनीय सूचना के आधार पर गिरफ्तारी
पुलिस ने तत्काल मामले की जांच शुरू करते हुए लोकल इंटेलिजेंस व गोपनीय सूचना के आधार पर आज 4 जून को अभियुक्त वसीम अहमद उर्फ रविन्द्र शर्मा उर्फ कपिल भाटी उर्फ पीयूष भाटी उर्फ रोहित कुमार उर्फ राहुल भाटी को बहलोलपुर गोलचक्कर के पास से गिरफ्तार कर लिया।

बरामद हुआ ठगी से जुड़ा पूरा जाल
अभियुक्त के पास से भारी मात्रा में ठगी से संबंधित सामग्री बरामद की गई है

-240 विजिटिंग कार्ड

-85 इंटरव्यू फॉर्म

-20 फर्जी ट्रेनिंग लेटर, 2 जॉइनिंग लेटर

-2 मोबाइल फोन

-एक माइक आईडी (पत्रकार होने का दिखावा करने के लिए)

-एक मुहर व पम्पलेट्स

-840 रुपये नकद

-वैगनआर कार

पूछताछ में हुआ बड़ा खुलासा
पूछताछ के दौरान वसीम ने कबूल किया कि वह बीते 6 महीनों से सेक्टर-81 स्थित अपने ऑफिस से बेरोजगार युवाओं को नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठग रहा था। वह अपना यूट्यूब चैनल TODAY Jobs Noida के माध्यम से विज्ञापन देता था, जिसके माध्यम से देश के विभिन्न हिस्सों से युवा नोएडा पहुंचते थे। अभियुक्त उनसे रजिस्ट्रेशन फीस व फाइल चार्ज के नाम पर पैसे लेता, फर्जी इंटरव्यू कराता और फर्जी जॉइनिंग लेटर थमा देता था। जब युवाओं को असल में नौकरी नहीं मिलती और वे संपर्क करते, तो वह फोन बंद कर देता या खुद को पत्रकार बताकर डराने की कोशिश करता। पुलिस के अनुसार, आरोपी अब तक लगभग 150 से अधिक लोगों के साथ धोखाधड़ी कर चुका है।

पिछले वर्ष भी जा चुका है जेल
जांच में पता चला कि आरोपी वर्ष 2024 में भी थाना सेक्टर-49 क्षेत्र में इसी तरह की धोखाधड़ी के मामले में जेल जा चुका है। वर्तमान में वह नोएडा के थाना ईकोटेक-3 क्षेत्र में रह रहा था और ऑफिस में दो युवतियों को 12-12 हजार रुपये मासिक वेतन पर काम पर रखा हुआ था।