द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा : ग्रेटर नोएडा वेस्ट तक गंगाजल आपूर्ति में सबसे बड़ी बाधा की पहचान हो गई है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अनुसार, डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसी) के नीचे से गुजर रही गंगाजल पाइपलाइन बार-बार लीक हो रही है। डीएफसी के करीब 800 मीटर हिस्से के नीचे से गुजरने वाली पाइपलाइन भारी मालगाड़ियों के दबाव में लीकेज का शिकार हो रही है। इससे ग्रेटर नोएडा वेस्ट में गंगाजल की आपूर्ति पूरी नहीं हो पा रही है।
परियोजना विभाग करेगा समस्या का अध्ययन
प्राधिकरण ने इस समस्या का समाधान खोजने के लिए परियोजना विभाग को अध्ययन का निर्देश दिया है। यदि इस अध्ययन से समस्या हल नहीं होती है, तो आइआइटी के विशेषज्ञों से सर्वे कराया जाएगा। एसीईओ आशुतोष द्विवेदी ने बताया कि समस्या के समाधान के बाद तीन से चार महीने के भीतर गंगाजल आपूर्ति पूरी क्षमता के साथ शुरू हो जाएगी।
गंगाजल परियोजना का इतिहास और मौजूदा स्थिति
नवंबर 2022 में मुख्यमंत्री ने गंगाजल परियोजना का उद्घाटन किया था। उस समय ग्रेटर नोएडा ईस्ट में गंगाजल की आपूर्ति शुरू करने का दावा किया गया था। हालांकि, मार्च 2023 तक ग्रेटर नोएडा वेस्ट में गंगाजल पहुंचाने का लक्ष्य था। लेकिन 2005 में बिछाई गई पाइपलाइन के कमजोर और क्षतिग्रस्त होने के कारण यह लक्ष्य पूरा नहीं हो सका। पिछले डेढ़-दो वर्षों में पाइपलाइन की मरम्मत और निरीक्षण का काम किया गया। इसके बावजूद डीएफसी के नीचे से गुजरने वाले हिस्से में बार-बार लीकेज की समस्या सामने आ रही है। भारी मालगाड़ियों के गुजरने से 150-200 टन के दबाव के कारण पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो रही है।
निर्माणाधीन यूजीआर जल्द होंगे तैयार
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में 11 सेक्टरों में जल आपूर्ति के लिए 265 लाख लीटर क्षमता वाले अंडरग्राउंड रिजर्वायर (यूजीआर) का विद्युतीकरण, पंप और पाइप फिटिंग का कार्य अंतिम चरण में है। इसे अगले 15 दिनों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। वहीं, सेक्टर-2 और 3 में 100 लाख लीटर क्षमता वाले दो यूजीआर का निर्माण दो महीने में पूरा होगा।
अगले तीन-चार महीनों में पूरी क्षमता से आपूर्ति का दावा
प्राधिकरण ने दावा किया है कि अगले तीन से चार महीने में ग्रेटर नोएडा वेस्ट में 50 एमएलडी की पूरी क्षमता के साथ गंगाजल की आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी। इस परियोजना के तहत ग्रेटर नोएडा में कुल 85 क्यूसेक गंगाजल आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी।