द न्यूज गली, नोएडा : नोएडा में एक बड़े जालसाजी के मामले का खुलासा हुआ है। जहां सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारी की मौत के बाद उनके 450 वर्गमीटर के प्लॉट को फर्जी दस्तावेजों के जरिए बेच दिया गया। यही नहीं, जालसाजों ने नोएडा प्राधिकरण से ट्रांसफर मैमोरेंडम (टीएम) भी करवाकर प्लॉट का कानूनी रूप से मालिकाना हक प्राप्त कर लिया। इस धोखाधड़ी का खुलासा तब हुआ जब अधिकारी की बेटी ने सेक्टर-39 थाना पुलिस और प्राधिकरण में शिकायत दर्ज कराई।
फर्जी आधार कार्ड से किया खेल, चार आरोपी गिरफ्तार
मिली जानकारी के मुताबिक जालसाजों ने प्लॉट आवंटी का फर्जी आधार कार्ड बनवाकर पूरी योजना को अंजाम दिया। उन्होंने दिल्ली के एक टेलर को प्लॉट का मालिक दिखाया और फिर एक ब्रोकर के जरिए एग्रीमेंट किया। इसके बाद यह प्लॉट दिल्ली के ही एक व्यक्ति को 6.50 करोड़ रुपये में बेच दिया गया।
प्राधिकरण के आवासीय भूखंड़ से हुई धोखाधडी
पुलिस द्वारा की गई जांच में खुलासा हुआ है कि यह धोखाधड़ी नोएडा प्राधिकरण के आवासीय भूखंड विभाग से शुरू हुई। यहां फर्जी दस्तावेजों के आधार पर प्लॉट के लिए एनओसी प्राप्त की गई। मामले में प्राधिकरण के कुछ कर्मचारियों की मिलीभगत की भी आशंका जताई जा रही है।
खरीदार ने घर पर किया कब्जा, कोर्ट से मांगा संरक्षण
फर्जीवाड़े के बाद प्लॉट खरीदने वाले व्यक्ति ने मौके पर बने घर में रहना भी शुरू कर दिया है। उसने कोर्ट में अर्जी दाखिल कर संपत्ति पर कब्जा बनाए रखने की मांग की है। इस बीच, पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और अन्य की तलाश जारी है।
नोएडा प्राधिकरण करेगा टीएम के नियमों में बदलाव
इस बड़े फर्जीवाड़े के बाद नोएडा प्राधिकरण ने ट्रांसफर मैमोरेंडम (टीएम) प्रक्रिया में बदलाव करने का निर्णय लिया है।
-मोबाइल नंबर की पुष्टि: अब संपत्ति से जुड़े मूल आवंटी के मोबाइल नंबर की पुष्टि की जाएगी। इसके बाद कॉल, ओटीपी या मैसेज के जरिए वेरिफिकेशन किया जाएगा।
-सॉफ्टवेयर सिस्टम: प्राधिकरण एक नया सॉफ्टवेयर तैयार करने पर विचार कर रहा है, जिससे किसी भी संपत्ति के टीएम से पहले मूल आवंटी को एसएमएस भेजकर सूचना दी जाएगी। नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ सतीश पाल का कहना है कि जांच जारी है और यह पता लगाया जा रहा है कि फर्जी दस्तावेजों के आधार पर टीएम कैसे हुआ। इस मामले में बैंक स्तर पर भी दस्तावेज सत्यापित किए गए थे, जिससे संकेत मिलता है कि जालसाज बैंक तक पहुंचे थे। पुलिस का कहना है कि इस धोखाधड़ी में शामिल सभी लोगों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।