-देश के कोने-कोने से आने वाले 900 से अधिक निर्यातकों ने लगाए हैं स्‍टाल
-मेले में देश के प्रमुख शिल्‍पकार भी लेंगे हिस्‍सा, रैंप शो का भी होगा आयोजन


द न्‍यूज गली, ग्रेटर नोएडा: इंडिया एक्‍सपो मार्ट में 58 वें आईएचजीएफ दिल्ली मेले का आयोजन 16 से 20 अक्टूबर तक होगा। मेले का आयोजन हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) द्वारा किया जाएगा। इस बार मेले में 16 बड़े हॉल में 3000 से अधिक प्रदर्शक अपने-अपने उत्‍पाद का प्रदर्शन करेंगे। जिसमें प्रमुख रूप से हाउसवेयर, होम फर्नीशिंग, फर्नीचर, गिफ्ट एवं डेकोर, लैंप एवं लाइटिंग, क्रिसमस एवं फेस्टिव डेकोर, फैशन जूलरी एवं एक्सेसरीज, स्पा एवं वेलनेस प्रॉडक्ट, कारपेट एवं रग्स, बाथरूम एक्सेसरीज, गार्डेन एक्सेसरीज, एजुकेशनल टॉयज और गेम्स, हस्तनिर्मित कागज उत्पाद और स्टेशनरी, तथा चमड़े के बैग सहित अन्‍य उत्‍पाद शामिल हैं। खास बात है कि मेले में इस बार 900 से अधिक स्‍टाल लगाएं जाएंग

बढ़ा है विदेशी खरीदारों का विश्‍वास
प्रेसवार्ता में हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) के अध्यक्ष दिलीप बैद ने कि दुनिया के सबसे बड़े सोर्सिंग आयोजनों में से एक, आईएचजीएफ दिल्ली मेला आयातकों, खरीदारों और खुदरा विक्रेताओं को भारत के बेहतरीन हस्तशिल्प को प्राप्त करने का एक अनूठा अवसर प्रदान करता है। इसकी अंतरराष्ट्रीय पहुंच, उद्यमियों, निर्यातकों और कारीगरों को जोड़ने की क्षमता के साथ मिलकर, भारतीय उत्पादों की विशिष्टता, गुणवत्ता, डिजाइन और मार्केटिंग क्षमता विदेशी खरीदारों में इनके प्रति विश्वास बढ़ाती है। प्रदर्शनों में विशिष्ट, अनूठी वस्तुएं हैं जो शिल्प कौशल, परंपरा और नवीनता का सार प्रस्तुत करेंगी।

विश्‍व में बढ़ रही है भारतीय उत्‍पादों की मांग
ईपीसीएच के महानिदेशक और आईईएमएल के अध्यक्ष डाक्‍टर राकेश कुमार ने कहा कि भारतीय उत्पादों की बढ़ती वैश्विक मांग यह सुनिश्चित करती है कि भारतीय शिल्प कौशल दुनिया भर के घरों में अपनी जगह बना रहा है। होम डेकोर, लाइफस्टाइल, फैशन, फर्निशिंग और फर्नीचर के क्षेत्र में, आईएचजीएफ दिल्ली मेला लगातार आगे बढ़ रहा है। जो नए उद्यमियों को अंतरराष्ट्रीय बाजारों से परिचित कराता है। जबकि खरीदारों को उभरते आपूर्तिकर्ताओं से नए उत्पादों और विचारों की खोज करने की सुविधा देता है। उन्‍होंने बताया कि ऑटम 2024 में बिहार के पारंपरिक और समकालीन हस्तशिल्प की समृद्ध विविधता भी प्रदर्शित की जाएगी। जिसमें प्रमुख है सुजनी शिल्प, एप्लिक शिल्प, मधुबनी पेंटिंग, सिक्की घास शिल्प और अन्य कारीगरी कार्य, जो राज्य के जीवंत कारीगर समुदाय की दक्षता को उजागर करेंगे।

इन देशों से आएंगे खरीदार
आईएचजीएफ दिल्ली मेला-ऑटम 2024, स्वागत समिति के अध्यक्ष गिरीश कुमार अग्रवाल ने बताया कि प्रदर्शकों में जाने-माने और पुरस्कृत शिल्पकारों ने एक थीम पर आधारित व्यवस्था की है। जो विरासत कौशल और क्षेत्रीय बारीकियों की समृद्धि को प्रमुखता से प्रदर्शित करेंगे। राष्ट्रीय सम्मान से नवाजे गए विशिष्ट कारीगर अपनी असाधारण शिल्प कौशल का प्रदर्शन करेंगे। उनकी भागीदारी यह सुनिश्चित करेगी कि यह कार्यक्रम प्रमाणिक, क्षेत्र-विशेष की कारीगर कार्यों से संपन्न है। मेले के अंत में बेस्ट डिस्प्ले के लिए 20 से अधिक पुरस्कार भी दिए जाएंगे। मेले में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ऑस्ट्रिया, ब्राजील, कनाडा, चिली, कोलंबिया, डेनमार्क, फ्रांस, जर्मनी, ग्रीस, इसराइल, इटली, जापान, कोरिया, मैक्सिको, नीदरलैंड, न्यूजीलैंड, पनामा, पेरू, फिलीपींस, पुर्तगाल, रूस, सऊदी अरब, स्वीडन, स्विट्जरलैंड, संयुक्त अरब अमीरात, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका सहित 100 से अधिक देशों के विदेशी खरीदार आएंगे।