द न्यूज गली, नोएडा : नोएडावासियों के लिए राहत भरी खबर है। लंबे समय से अटकी चिल्ला एलिवेटेड रोड परियोजना को आखिरकार भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) दिल्ली की मंजूरी मिल गई है। इसके साथ ही इस बहुप्रतीक्षित परियोजना के निर्माण कार्य को रफ्तार देने का रास्ता साफ हो गया है। अब निर्माण एजेंसी सेतु निगम स्वीकृत डिजाइन को नोएडा प्राधिकरण में जमा कराएगी, जिसके बाद कार्य औपचारिक रूप से तेज गति से आगे बढ़ेगा।

प्राधिकरण के डीजीएम (सिविल) विजय रावल ने बताया कि एलिवेटेड रोड की डिजाइन को IIT दिल्ली की हरी झंडी मिलने के बाद अब सभी तकनीकी बाधाएं दूर हो गई हैं। निर्माण एजेंसी मार्च 2024 से ही पाइलिंग (नींव) का कार्य शुरू कर चुकी थी, लेकिन अंतिम अनुमति IIT से मिलनी बाकी थी। यह अनुमति अब मिलने से काम पूरी रफ्तार से आगे बढ़ सकेगा।

मयूर विहार से महामाया फ्लाईओवर तक सीधी कनेक्टिविटी
चिल्ला एलिवेटेड रोड के बन जाने से मयूर विहार फ्लाईओवर से महामाया फ्लाईओवर तक सीधी और सुगम कनेक्टिविटी मिलेगी। इससे नोएडा-दिल्ली के बीच यातायात में काफी राहत मिलेगी और घंटों का ट्रैफिक जाम इतिहास बन सकता है।

787 करोड़ रुपये की लागत, राज्य सरकार देगी 50% राशि
परियोजना की कुल लागत 787 करोड़ रुपये तय की गई है, जिसमें 50% राशि उत्तर प्रदेश सरकार और शेष नोएडा प्राधिकरण देगा। जून 2023 में कैबिनेट से इसकी औपचारिक मंजूरी मिल चुकी थी। निर्माण कार्य की जिम्मेदारी सेतु निगम को सौंपी गई है जबकि कार्य की निगरानी नोएडा प्राधिकरण करेगा।

पहले भी शुरू हुआ था कार्य, लेकिन फंडिंग के चलते रुका
गौरतलब है कि यह परियोजना वर्ष 2017 से पूर्व की है, जिसका शिलान्यास मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 25 जनवरी 2019 को किया था। कार्य जून 2020 में शुरू हुआ था और उस समय लागत 650 करोड़ रुपये आंकी गई थी। प्रारंभिक चरण में 380 से अधिक पाइलिंग पूरी की गई थीं, लेकिन नवंबर 2021 में शासन से अंश राशि न मिलने के कारण काम ठप हो गया था। इसके बाद 2023 में फिर से कैबिनेट मंजूरी मिलने पर प्रक्रिया दोबारा शुरू की गई।

269 पिलर बनेंगे
नई डिजाइन के मुताबिक बनेंगे 269 पिलर और 5 रैंप
IIT द्वारा मंजूर नई डिजाइन के अनुसार, छह लेन की यह एलिवेटेड रोड कुल 269 पिलरों पर बनेगी। सड़क के साथ शहदरा ड्रेन के किनारे इसका निर्माण होगा। पांच रैंप बनाए जाएंगे जिससे दिल्ली-नोएडा के बीच सुगम आवागमन संभव होगा।