द न्यूज गली, नोएडा : नोएडा प्राधिकरण के उद्यान विभाग में भ्रष्टाचार का बड़ा मामला सामने आया है। अधिकारियों ने एक ही काम के लिए दो अलग-अलग फाइलें तैयार कर टेंडर के जरिए दोहरा भुगतान कराने की साजिश का खुलासा किया है। शुरुआती जांच में उद्यान विभाग के उप निदेशक की भूमिका सामने आई है। इस गड़बड़ी की जानकारी मिलते ही प्राधिकरण अधिकारियों ने मामले की जांच कर रिपोर्ट तैयार की और कार्रवाई के लिए शासन को पत्र भेज दिया है।

नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेसवे पर हरियाली का काम
मामला नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे के सेंट्रल वर्ज और किनारों पर हरियाली विकसित करने और रखरखाव का है। इसके लिए 1.12 करोड़ रुपये का टेंडर जारी किया जाना था। जांच में पाया गया कि पहले एक फाइल टेंडर के लिए बढ़ाई गई, जिसके बाद उसी काम के लिए दूसरा प्रस्ताव तैयार कर टेंडर की प्रक्रिया शुरू की गई। दोनों फाइलों में नाम और खर्च में मामूली बदलाव कर घोटाले की कोशिश की गई।

मंजूरी के दौरान उजागर हुआ घोटाला
जब टेंडर की मंजूरी के लिए फाइलें भेजी गई, तब अधिकारियों को संदेह हुआ। जांच में पहली फाइल निकलवाई गई और दोनों का मिलान करने पर एक ही काम के लिए दो टेंडर की साजिश सामने आई। शुरुआती स्तर पर मामले को दबाने की कोशिश की गई, लेकिन यह बात एसीईओ और सीईओ तक पहुंच गई। अधिकारियों ने इसे भ्रष्टाचार की बड़ी साजिश मानते हुए दोनों फाइलों को कब्जे में ले लिया।

उप निदेशक पर गिरी गाज
शुरुआती जांच में उद्यान विभाग के उप निदेशक का नाम सामने आया है। उन पर लापरवाही और भ्रष्टाचार समेत कई गंभीर आरोप लगे है। प्राधिकरण ने उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को पत्र भेज दिया है। अधिकारियों का कहना है कि प्राधिकरण के नियमों के अनुसार अधिकारी स्तर पर कार्रवाई सीधे प्राधिकरण से नहीं की जा सकती। मामले की जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है। उच्चस्तरीय जांच से ही भ्रष्टाचार की जड़ तक पहुंचा जा सकेगा।