-16 से 19 अप्रैल तक इंडिया एक्‍सपो मार्ट में आयोजित होगा मेला
-पहली बार अमेरिका से आएंगे सर्वाधिक खरीदार

द न्‍यूज गली, ग्रेटर नोएडा: विश्‍व के चुनिंदा मेलों में शुमार हो चुके दिल्ली मेला– स्प्रिंग 2025 का आयोजन इंडिया एक्‍सपो मार्ट में 16 से 19 अप्रैल तक होगा। हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) का दावा है कि अमेरिका के द्वारा लगाए गए टैरिफ का मेले पर कोई असर नहीं होगा। यह भी दावा किया कि पूर्व के मुकाबले मेले में इस बार खरीदारों के द्वारा अधिक आर्डर दिए जाएंगे। मेले में इस बार विभिन्‍न देशों के 3000 से अधिक खरीदारों के आने की उम्‍मीद है। पहली बार अमेरिका से लगभग 350 से अधिक खरीदारों के आने की उम्‍मीद है। मेले का उदघाटन 16 अप्रैल को केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह करेंगे। मेले में होम डेकोर ऐंड एक्सेंट समेत होम फर्निशिंग, कारपेट्स एवं रग्स, टेक्स्टाइल एवं लिनन, गिफ्ट एवं प्रीमियम्स, इंटीरियर्स, फर्नीचर, फैशन ज्वेलरी, बैग एवं एक्सेसरीज, लैंप एवं लाइटिंग सहित अन्‍य एक्सेसरीज शामिल हैं।

अमेरिकी टैरिफ का नहीं होगा असर
ईपीसीएच के महानिदेशक की भूमिका में मुख्य सलाहकार और आईईएमएल के अध्यक्ष डाक्‍टर राकेश कुमार ने कहा भारत की बेमिसाल विविधता और शिल्प कौशल का लाभ उठाते हुए, यह मेला एक स्थापित, प्रगतिशील और एक निश्चित वैश्विक सोर्सिंग हब के रूप में है। मेले के इस संस्करण पर अमेरिका के लगाए टैरिफ का कोई खास असर होने की उम्मीद नहीं है, क्योंकि हम अमेरिकी खरीदारों की ओर से मजबूत भागीदारी देख रहे हैं और बड़ी संख्या में उन्होंने पहले ही रजिस्ट्रेशन करा लिया है। अमेरिकी टैरिफ केवल भारत तक सीमित नहीं हैं वो वैश्विक स्तर पर लगाए गए हैं। चीन, वियतनाम और कंबोडिया जैसे प्रतिस्पर्धी देशों की तुलना में भारत पर अपेक्षाकृत कम टैरिफ लागू होते हैं। इसके अलावा, अमेरिका ने उच्च टैरिफ दरों पर 90-दिनों की रोक लगाई है जो भारत के लिए सही समय परबाइलेटरल ट्रेड एग्रीमेंट (बीटीए) में शामिल होने का अवसर प्रदान करता है। मुझे पूरा विश्वास है कि भारत सरकार इस अवसर का लाभ उठाएगी और व्यापार-अनुकूल समझौते का रास्ता निकलेगा, जिससे अमेरिकी बाजार में हमारी स्थिति और मजबूत होगी। उन्‍होंने बताया कि मेले में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ऑस्ट्रिया, ब्राजील, कनाडा, चिली, कोलंबिया, डेनमार्क, फ्रांस, जर्मनी, ग्रीस, इजरायल, इटली, जापान, कोरिया, मैक्सिको, नीदरलैंड, न्यूजीलैंड, पनामा, पेरू, फिलीपींस, पुर्तगाल, रूसी संघ, सऊदी अरब, स्वीडन, स्विट्जरलैंड, संयुक्त अरब अमीरात, यूनाइटेड किंगडम, अमेरिका और कई अन्य समेत 100 से अधिक देशों के विदेशी खरीदारों के मेले में आने की उम्मीद है।