
द न्यूज गली, नोएडा : नोएडा के सेक्टर 108 स्थित पुलिस आयुक्त कार्यालय में यामाहा मोटर द्वारा आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार पहुंचे। डीजीपी ने 11 पिंक बूथ, पुलिस चैकी, वीडियों-वॉल एवं बहुउद्देश्यीय भवन का लोकार्पण किया। इस मौके पर डीजीपी के अलावा पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह, सांसद डाक्टर महेश शर्मा, विधायक तेजपाल नागर, धीरेंद्र सिंह, सीईओ रवि कुमार एनजी, लोकेश एम, डीएम मनीष वर्मा व यामाहा मोटर ग्रुप के काॅर्पोरेट निदेशक मौजूद रहे।
नवाचार एवं सुरक्षा को बढ़ावा
कार्यक्रम में दौरान कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर में स्थापित पिंक बूथों, यातायात जागरूकता, वीडियों वॉल व सीएसआर स्कीम के अन्तर्गत पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर को विभिन्न संस्थाओं द्वारा उपलब्ध कराए गए संसाधनों से संबंधित वीडियों को प्रसारित किया गया। जिसकी कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य अतिथियों के द्वारा सराहना की गयी। इसके पश्चात जनप्रतिनिधियों ने पुलिस में हो रहे नवाचार और सुरक्षा के क्षेत्र में उठाए जा रहे प्रभावी कदमों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर में आधुनिक तकनीक और स्मार्ट पुलिसिंग से अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित किया जा रहा है।
महिलाओं की सुरक्षा के लिए पिंक बूथों का लोकार्पण
पुलिस आयुक्त गौतमबुद्धनगर लक्ष्मी सिंह द्वारा कार्यक्रम का प्रस्तुतीकरण किया गया जिसमें पुलिस महानिदेशक द्वारा कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर में महिलाओं की सुरक्षा हेतु समर्पित लोक सहयोग से नवनिर्मित 11 पिंक बूथों (1-सेक्टर-104 मार्किट, 2-सेक्टर-52 मेट्रो स्टेशन के पास 3-सेक्टर-59 मैट्रो स्टेशन के पास, 4-इलेक्ट्रॉनिक मैट्रो स्टेशन के पास 5-गौर सिटी मॉल 6-घंटा गोल चक्कर, 7-एनपीएक्स 8-मीहिर भोज कॉलेज के सामने 9-गलगोटिया कॉलेज के पास 10-देवला 11-आरआर साइट) का लोकार्पण किया गया। जिसके संबंध में पुलिस महानिदेशक द्वारा बताया गया कि नोएडा एक हाईटेक सिटी है, जहां महिलाएं देर रात तक कार्यरत रहती हैं। ऐसे में पिंक बूथ उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। महिलाएं बिना संकोच पिंक बूथ पर जाकर शिकायत दर्ज करा सकती हैं और तत्काल पुलिस सहायता प्राप्त कर सकती हैं।
वीडियों वॉल: अपराध नियंत्रण में अहम कदम
पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार द्वारा कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर में अपराधों पर त्वरित नियंत्रण व संदिग्ध गतिविधियों पर निगरानी व समन्वित पुलिस कार्रवाई, डेटा व सूचना का तत्काल प्रसार व स्मार्ट पुलिसिंग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से यामाहा ग्रुप के सहयोग से 26 थानों में वीडियों वॉल व्यवस्था का लोकार्पण किया गया। इस अत्याधुनिक प्रणाली से पुलिस को डिजिटल साक्ष्य जुटाने में मदद मिलेगी, जिससे अपराधियों के विरुद्ध प्रभावी अभियोजन संभव होगा।
अत्याधुनिक भवनों का लोकार्पण
पुलिस मनोबल और कल्याण की दिशा में अभूतपूर्व कदम उठाते हुए पुलिस लाइन गौतमबुद्धनगर में नवनिर्मित अत्याधुनिक भवन का लोकार्पण किया गया।
पुलिसकर्मियों का सम्मान
कार्यक्रम के दौरान पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार द्वारा पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर में सराहनीय कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों की सराहना करते हुए उन्हे पुरस्कार-प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। डीसीपी मुख्यालयव प्रोटोकॉल रवि शंकर निम, डीसीपी ग्रेटर नोएडा साद मियां खान, प्रभारी डीसीपी सेन्ट्रल नोएडा शक्ति मोहन अवस्थी, प्रभारी डीसीपी साइबर प्रीति यादव, प्रभारी निरीक्षक थाना फेस 2 विंध्याचल तिवारी, प्रभारी निरीक्षक थाना बिसरख मनोज कुमार सिंह, प्रभारी निरीक्षक थाना दादरी अरविन्द कुमार सिंह, थाना प्रभारी नॉलेज पार्क विपिन कुमार, प्रभारी निरीक्षक अपराध शाखा राधा रमण सिंह, सब इंस्पेक्टर अभ्येन्द्र सिंह थाना फेस 1, आरक्षी यातायात जसवीर सिंह, आरक्षी आदित्य कुमार थाना सूरजपुर, आरक्षी प्रदीप कुमार डायल 112, सीमा डायल 112, आरक्षी सचिन कुमार डायल -112, प्रियंका अरोरा, फायरमैन आकाश तोमर थाना फेस 2, आरक्षी मनीष कुमार थाना फेस 1, आरक्षी पुष्पेन्द्र थाना फेस 1, दिवाकर गौड डॉग हैंडलर जीनर, जितेन्द्र मलिक डॉग हैंडलर जीनर, वीरेन्द्र मलिक डॉग हैंडलर जीनर को सम्मानित किया गया।
क्या बोले डीजीपी
पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार द्वारा लोकार्पण कार्यक्रम में अपने संबोधन में बताया कि यह अवसर महज लोकार्पण का नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश में बदलते सुरक्षा दृष्टिकोण और कम्यूनिटी पुलिसिंग के नये युग की झलक है। हम सब गौरवान्वित हैं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के विजन को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के यशस्वी नेतृत्व में उत्तर प्रदेश पुलिस साकार करने की दिशा में तेजी से अग्रसर है। उत्तर प्रदेश जैसे विशाल और गतिशील राज्य में कमिश्नरेट प्रणाली की स्थापना लंबे समय से लंबित थी, लेकिन यह सुधार स्वतंत्रता के बाद पहली बार मुख्यमंत्री की राजनीतिक इच्छाशक्ति, प्रशासनिक दूरदृष्टि और साहसिक निर्णय क्षमता के कारण ही संभव हो पाया। आज लखनऊ, नोएडा, वाराणसी, आगरा, गाजियाबाद और प्रयागराज, कानपुर जैसे नगरों में लागू कमिश्नरेट प्रणाली ने उत्तर प्रदेश में सक्रिय, उत्तरदायी और पारदर्शी पुलिसिंग के नए मानक स्थापित किए हैं। इससे अपराध नियंत्रण में सफलता के साथ ही जनता का पुलिस पर विश्वास सशक्त हुआ है। इस परिवर्तन में गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट ने अग्रणी भूमिका निभाई है व पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह जी को विशेष रूप से बधाई देना चाहता हूँ, जिन्होंने नोएडा पुलिस को न केवल उत्कृष्ट नेतृत्व प्रदान किया, बल्कि महिला सशक्तिकरण के नए प्रतिमान भी स्थापित किए। उनकी उत्तर प्रदेश की पहली महिला पुलिस कमिश्नर के रूप में नियुक्ति मिशन शक्ति अभियान की मूल भावना को साकार करती है। उन्होंने मिशन शक्ति अभियान के प्रारंभिक वाहक के रूप में महिला सशक्तिकरण को राज्य की सुरक्षा नीति का अभिन्न हिस्सा बनाया।
कई मोर्चे पर हासिल की सफलता
गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने पिछले कुछ वर्षों में कई मोर्चों पर उल्लेखनीय सफलताएं अर्जित की हैं, चाहे वह गैंगस्टर एवं माफिया नेटवर्क पर कठोर कार्रवाई हो, साइबर अपराध के विरुद्ध विशेष अभियान, ड्रग्स और अवैध शराब के खिलाफ निर्णायक कदम, अवैध कॉल सेंटरों का पर्दाफाश या फिर वैश्विक आयोजनों की उत्कृष्ट सुरक्षा व्यवस्था। इसके साथ-साथ महिला सुरक्षा हेतु पिंक बूथ की स्थापना, थानों में वीडियो वॉल्स की शुरुआत, त्वरित रिस्पॉन्स के लिए मॉडर्न वाहनों का समावेश, और जेवर एयरपोर्ट जैसी महत्वपूर्ण परियोजनाओं में भागीदारी ने नोएडा पुलिस को पूरे राज्य में एक मॉडल फोर्स के रूप में स्थापित किया है।
लूट के मामले में आई कमी
आठ वर्षों में कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर में लूट के मामलों में 94.33 प्रतिशत की कमी, घर में सेंधमारी के मामलों में 71.43 प्रतिशत कमी व वाहन चोरी के मामलों में 50.11 प्रतिशत कमी, हत्या के मामलों में 36.56 प्रतिशत कमी व बलात्कार जैसे जघन्य अपराधों में 71.43 प्रतिशत की कमी आयी है।