-शिकायतों के निस्तारण में बरती जा रही थी घोर लापरवाही
-डीएम ने की थी आईजीआरएस पोर्टल पर दर्ज शिकायतों के निस्तारण की समीक्षा
द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा: आइजीआरएस पोर्टल पर दर्ज शिकायतों के निस्तारण में विभिन्न विभागों के अधिकारियों के द्वारा घोर लापरवाही बरती जा रही थी। डीएम मेधा रूपम के द्वारा की गई समीक्षा में अधिकारियों की पोल खुल गई। डीएम ने असंतुष्ट फीडबैक एवं डिफॉल्टर श्रेणी में आने वाले प्रकरणों पर गहरी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अतुल कुमार को निर्देश दिया कि जिन विभागों में 100 प्रतिशत असंतुष्ट फीडबैक प्राप्त हुए हैं, उनके अधिकारियों का स्पष्टीकरण जारी करते हुए अगले आदेशों तक वेतन रोक दिया जाए। डीएम के आदेश के बाद अधिकारियों के चेहरे पर तनाव आ गया।

न बरतें लापरवाही
बैठक में डीने ने कहा कि आईजीआरएस पोर्टल की समीक्षा शासन स्तर पर प्रतिदिन की जाती है। उसी के आधार पर जनपद की रैंकिंग निर्धारित होती है। इस कार्य में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। प्रत्येक अधिकारी को यह सुनिश्चित करना होगा कि शिकायतकर्ता की समस्याओं का त्वरित और गुणवत्तापूर्ण समाधान उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने निर्देशित किया कि सभी अधिकारी शिकायतकर्ता से दूरभाष पर वार्ता करें तथा निर्धारित समयावधि में शिकायतों का निस्तारण करें। कहा कि प्रतिदिन अधिकारीगण अपने-अपने कार्यालय में आइजीआरएस पोर्टल की मॉनिटरिंग स्वयं करें। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डॉक्टर शिवाकांत द्विवेदी, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अतुल कुमार, अपर जिलाधिकारी भू0अ0 बच्चू सिंह, अपर जिलाधिकारी प्रशासन मंगलेश दुबे, उप जिलाधिकारी सदर आशुतोष गुप्ता, उप जिलाधिकारी दादरी अनुज नेहरा, सिटी मजिस्ट्रेट विवेक भदोरिया सहित अन्य लोग मौजूद थे।
