-डीएम ने कहा हाईराइज सोसाइटियों में अनिवार्य है डिजास्टर मैनेजमेंट प्लान
-अभियान चलाकर अस्पतालों में अग्निशमन यंत्रों की होगी जांच
द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा: अग्नि आपदाओं से निपटने और इससे होने वाली जनहानि एवं धनहानि पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से डीएम मनीष कुमार वर्मा ने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की। जनपद के विभिन्न कारखाने, अस्पतालों, शिक्षण संस्थानों, मॉल, रेजिडेंशियल सोसायटी आदि में अग्नि से बचाव हेतु विभिन्न उपायों के बारे में चर्चा की। मुख्य अग्निशमन अधिकारी को निर्देशित किया कि जनपद के बड़े-बड़े मॉल में अग्निशमन यंत्र की जांच करा ली जाए। हॉस्पिटलों में भी अग्निशमन यंत्र कार्यशील है कि नहीं इसकी जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करें। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि जनपद के समस्त कारखाने, शिक्षण संस्थानों, मॉल, हॉस्पिटल में सुरक्षा की दृष्टिगत सुरक्षा को लेकर सभी व्यवस्थाओं को सुदृढ़ रखा जाए। जो लोग नियम का पालन नहीं कर रहे हैं उनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई का निर्देश दिया गया है।
नियमों की न हो अनदेखी
डीएम ने कहा कि बेसमेंट एरिया में कार्य के दौरान डिस्प्ले बोर्ड लगाया जाए। जिसमें संभावित आपातकालीन स्थिति में बचाव हेतु हर विवरण उपलब्ध हो। निर्देश दिया कि जो भी प्रतिष्ठान नियमों को अनदेखा कर बनाये गये है एवं अवैध रूप से चलाये जा रहे हैं, जिसकी कोई अनुमति नहीं ली गयी हो, उसको नोटिस देकर बंद कर दिया जाए। रेजिडेंशियल सोसायटी में कमर्शियल एक्टिविटी नहीं होनी चाहिए। जो भी कारखाने, प्रतिष्ठान, मॉल, हॉस्पिटल, मैरिज होम मानकों का पालन नहीं कर रहे हैं और अवैध चल रहे है, उनको आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के तहत नोटिस जारी करते हुये नियामानुसार कठोर कार्यवाही अमल में लायी जायें। उन्होंने बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों से कहा कि सभी को अपने-अपने विभागों की आपदा प्रबंधन योजना भी प्रस्तुत करें। इस अवसर पर अपर जिला अधिकारी वित्त एवं राजस्व अतुल कुमार, अपर जिला अधिकारी प्रशासन मंगलेश दुबे, उप जिला अधिकारी सदर चारूल यादव, उप जिला अधिकारी दादरी अनुज नेहरा, उप जिला अधिकारी जेवर अभय कुमार, जिला आपदा विशेषज्ञ ओमकार चतुर्वेदी एवं सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहे।