-लगभग दो साल पूर्व अवैध रूप से काटे गए थे पेड़
-एनजीटी में लगातार चल रही थी मामले की सुनवाई
द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा: मेहनत रंग लाती है जिसकी बानगी एक बार फिर पर्यावरण प्रेमी विक्रांत तोंगड़ के रूप में देखने को मिली है। सूरजपुर में डीसीएम डेबू कंपनी के परिसर में लगभग दो साल पूर्व अवैध रूप से लगभग 1000 पेड़ों को काट दिया गया था। मामले में विक्रांत ने शिकायत दर्ज कराई थी। एनजीटी के द्वारा लगातार मामले की सुनवाई की रही थी। सुनवाई के बाद एनजीटी ने आदेश दिया है कि कंपनी परिसर के आस-पास काटे गए पेड़ों की संख्या के बराबर पौधे लगाकर उनका विकास कराया जाए। साथ ही लगाकर उनका विकास सुनिश्चित करना होगा।
यह भी दिया आदेश
UPSIDA को निर्देश दिया है कि भविष्य में इस प्रकार की अवैध पेड़ कटाई न हो, इसके लिए कंपनी क्षेत्र में उचित फेंसिंग और गेट्स तीन महीने के भीतर स्थापित किए जाएं। मामले की जांच में यह भी सामने आया कि था कि पेड़ शकुंतलम बिल्डर के कहने पर कुछ ठेकेदारों द्वारा बिना वन विभाग की NOC के काटे गए थे। इसी आधार पर शकुंतलम बिल्डर के निदेशकों, संबंधित पदाधिकारियों तथा पेड़ कटान में लिप्त व्यक्तियों के खिलाफ अलग से FIR दर्ज हुई थी, जिस पर कार्रवाई चल रही है। हालाकि शकुंतलम बिल्डर ने इस आरोप को लिखित एफिडेविट में खारिज किया था। पेड़ काटने की घटना के बाद पुलिस व वन विभाग ने डीसीएम परिसर के गेट को सील कर दिया था, बाद में पूरा गेट ही चोरी हो गया था। गेट चोरी होने की घटना पर भी अलग से FIR दर्ज की गई है तथा इस मामले में भी कार्रवाई प्रगति पर है।

